मामला उदंती अभ्यारण्य ग्राम जुंगाड का, मामले की जानकारी लगते ही एसडीओं पहुचे मौके पर
मामला उदंती अभ्यारण्य ग्राम जुंगाड का, मामले की जानकारी लगते ही एसडीओं पहुचे मौके पर
गरियाबंद- उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के उदंती अभ्यारण्य के जंगल के भीतर से आवारा कुत्तों के झुण्ड ने एक मादा चीतल हिरण को दौडते हुए गांव के तरफ लाया, इस दौरान आवारा कुत्तों के झुण्ड के द्वारा हिरण के शरीर में कई जगह हमला भी करने से बडे बडे खरोच और घाव हुऐ है हिरण को भागते देख सी.आर.पी.एफ के जवानों ने तत्परता के साथ आवारा कुत्तो को भगाकर जंगली हिरण चीतल की जान बचाई और उसे थाना कैम्प जुंगाड में लाकर प्रारंभिक उपचार किया गया, मामले की जानकारी वन विभाग को दिया गया, मामले की जानकारी लगते ही उदंती अभ्यारण्य के एसडीओं मनेन्द्र सिंह सिदार अपने साथ पशु चिकित्सा के डाॅक्टर को ले जाकर घायल हिरण का उपचार किया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार उदंती अभ्यारण्य उत्तर के ग्राम जुंगाड जो जंगल से लगा हुआ है, जंगल के तरफ से आवारा कुत्तों 10-12 के संख्या में जंगली हिरण चीतल मादा जिसकी उम्र लगभग 05 वर्ष है हिरण को दौडते हुए शिकार करने के लिए गांव के तरफ लाया, हिरण को भागते देखकर सी.आर.पी.एफ केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों ने तत्काल ही आवारा कुत्तों को भगाकर हिरण की जान बचाई और घायल हिरण को पुलिस कैम्प जुंगाड में लाकर सी.आर.पी.एफ जवानों ने प्रारंभिक उपचार किया जिसकी जानकारी वन विभाग को दिया गया आज बुधवार शाम 07 बजे जैसे ही इसकी जानकारी उदंती अभ्यारण्य के एसडीओं मनेन्द्र सिंह सिदार को लगी उन्होने तत्काल वन परिक्षेत्र अधिकारी नेताम एंव डाॅक्टर सोमेश जोशी को लेकर जुंगाड पहुचे और हिरण का उपचार किया जा रहा है।
क्या कहते है वन अफसर
इस संबध में वन विभाग के एसडीओ मनेन्द्र सिंह सिदार ने बताया कि सी.आर.पी.एफ केन्द्रीय पुलिस रिजर्व बल पुलिस के जवानों ने हिरण चीतल जिसकी उम्र 05 वर्ष उसकी जान को बचाया और प्रारंभिक उपचार भी किया, वन विभाग के द्वारा घायल चीतल का उपचार किया जा रहा है एसडीओं ने मनेन्द्र सिंह सिदार ने घायल चीतल को बचाने के लिए सी.आर.पी.एफ केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानो के प्रति आभार व्यक्त किया है और धन्यवाद ज्ञापित किया है।