नई दिल्ली। इंग्लैंड में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन डेल्टा वैरिएंट के अधिक संक्रामक होने पर किए गए अध्ययन ने चिंता बढ़ा दी है। इसके अनुसार मात्र 11 दिन में ही यह वैरिएंट संक्रमितों की संख्या दोगुनी कर रहा है। गुरुवार को आई इस अध्ययन की रिपोर्ट इंपीरियल कॉलेज लंदन के नेतृत्व में तैयार किया गया है। इसके तहत 20 मई सेे 7 जून के भीतर 100,000 घर से स्वैब टेस्ट लिया गया। इसमें 0.15 फीसद लोगों में यह घातक वायरस मौजूद पाया गया।
इस अध्ययन में शामिल वैज्ञानिकों ने जो आंकड़ा दिया उसके अनुसार औसतन इस जानलेवा वायरस स्ट्रेन से संक्रमित 10 लोग 14 और लोगों को संक्रमित कर सकते हैं जिसके कारण महामारी तेजी से बढ़ने की राह पर है। अधिकतर संक्रमण बच्चों व युवाओं में है लेकिन यह बुजुर्गों को भी चपेट में ले रहा है। रियल टाइम असेसमेंट ऑफ कम्युनिटी ट्रांसमिशन (REACT-1) अनालिसिस के निदेशक प्रोफेसर पॉल एलियट (Professor Paul Elliott) ने कहा, ‘मई के अंत से जून की शुरुआत तक में हमें संक्रमण की तेजी के मजबूत साक्ष्य मिले जिसमें मात्र 11 दिनों में दोगुना होने की क्षमता है।’
New data from Imperial's #REACT study and @IpsosMORI finds the number of people infected with #COVID19 is increasing rapidly, with the reproduction number (R) over 1.
"Data coincides with the #Delta variant becoming dominant." @ImperialSPH ⤵️https://t.co/zjvd79zKRO
— Imperial College London (@imperialcollege) June 17, 2021
इस अध्यन में संक्रमण, अस्पताल में भर्ती होने वाले संक्रमितों व मौतों के आंकड़ों में फरवरी से कमी रिकार्ड की गई लेकिन अप्रैल अंत से यह ट्रेंड विपरीत दिखा। इसके पहले ही ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने लॉकडाउन को खत्म करने के बजाए इसे एक महीने और बढ़ाने की घोषणा कर दी है। उन्होंने देश में डेल्टा वैरिएंट के संक्रमण के मामलों को देखते हुए यह फैसला लिया। ब्रिटेन के स्वास्थ्य सचिव मैट हेनकॉक ने कहा, ‘ये नतीजे हालात की गंभीरता को जाहिर करते हैं जिसके कारण हमें लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाने का कठिन निर्णय लेना पड़ा।’