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जांजगीर। पंतोरा मर्डर केस का पर्दाफाश हो गया है। कार सवार दंपत्ति से लूट और पत्नी की हत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा किया है। पति ही हत्यारा निकला है। चरित्र शंका पर पति ने ही अपने घर में काम करने वाले नौकर और उसकी पत्नी के साथ मिलकर अपनी पत्नी की हत्या की थी। मामला जांजगीर चांपा जिले के चौकी पतोरा थाना बलौदा का है। कार में महिला की लाश मिली थी। पति ने दावा किया था कि चार लुटेरों ने उससे लैपटॉप, कैश व मोबाइल लूटे और उसकी पत्नी की हत्या कर फरार हो गए। मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी देवेन्द्र सोनी ने पुलिस को बताया था कि अपनी पत्नि दीप्ती सोनी के साथ बैंक खाता स्थानांतरण कराने के कार्य से कोरबा बाल्को आया था, कार्य होने के बाद शाम को बिलासपुर वापस आ रहा था की खिसोरा पंतोरा के बीच सड़क किनारे बाथरूम करने रुका था। इसी दौरान अपने पत्नी के चिल्लाने की आवाज सुनकर गाड़ी के पास गया तो देखा दो नाकाबपोश आदमी गाड़ी में बैठे थे, पीछे में बैठा आदमी दीप्ती का गला रस्सी से फसा रखा था, इसी दौरान 02 और नाकाबपोश आदमी द्वारा पिस्टल दिखाकर उसके हाथों को बांधकर घुटने के बल बैठा दिये तब उसके द्वारा जो लेना है ले लो हमें छोड़ दो कहने पर उसके पास रखे 45000 रूपये 02 नग मोबाइल और लैपटॉप को ले गये की सूचना पर अपराध धारा 397 302 भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।घटना स्थल फारेस्ट बेरियर के समीप होने तथा लूट व हत्या का घटनाक्रम संदेहास्पद होना पाये जाने पर प्रार्थी देवेन्द्र सोनी से घटना के संबंध में पूछताछ किया गया, जिसपर देवेन्द्र सोनी ने लिखित सूचना में लिखे बातों को ही दोहराने लगा। बाद मृतिका एवं देवेन्द्र सोनी से जुड़े सभी बारिक तथ्य एंव तकनीकी जानकारी एकत्र किया गया, जानकारी के आधार पर पुनः प्रार्थी को चौकी तलब कर मनोवैज्ञानिक तरीके से प्रत्येक बिन्दु पर घटना के संबंध में पूछताछ करने पर प्रार्थी गोलमोल जवाब देने लगा तथा अपना बयान बार-बार बदलने लगा।पति से कड़ाई से पूछताछ करने पर अपनी पत्नि दीप्ती सोनी के अवैध संबंध से परेशान होकर हत्या करना कबूल किया। उसने बताया कि हत्या करने के लिये घटना से तीन दिन पूर्व बलौदा-पंतोरा मार्ग में ग्राम खिसोरा के पास फारेस्ट बेरियर के समीप घटना को अंजाम देने की योजना तैयार कर प्रदीप सोनी के साथ आया था। मिली जानकारी के मुताबिक घटना दिनांक 14.06.2021 को बैंक संबंधी कार्य का बहाना लेकर अपने पत्नि दीप्ती सोनी को बिलासपुर से बलौदा होते हुये कोरबा लाया।रात्रि 10:30 बजे कोरबा से वापसी के दौरान पूर्व के योजना अनुसार घटना स्थल पर शौंच के बहाने रुका, जहां पर पहले से ही मौजूद प्रदीप सोनी और उसकी पत्नि शालू गाड़ी के पास आये, जिसके बाद देवेन्द्र सोनी और शालू ने दीप्ती के हाथ-पैर पकडे, और प्रदीप ने अपने पास रखें हरे रंग के रस्सी से दीप्ती सोनी का गला घोटकर हत्या कर दिया। तथा घटना को लूट की घटना में परिवर्तित करने के लिये तीनों के द्वारा गाड़ी का तोड़फोड़ कर पैसा मोबाईल लैपटॉप को गाड़ी से निकाल लिया। और प्रदीप सोनी और शालू को मोटरसायकल से बिलासपुर भेज दिया।उसके पश्चात पुलिस को गुमराह करने के लिये अज्ञात व्यक्तियों द्वारा इसके शौंच करने के दौरान लूटकर हत्या करने की सूचना दिया। आरोपी देवेन्द्र सोनी द्वारा अपराध स्वीकार करने पर विधिवत गिरफ्तार किया जाकर प्रार्थी / आरोपी देवेन्द्र सोनी के कब्जे से लूट होना बताये गये लैपटॉप को जप्त किया गया है, साथ ही इसके निशानदेही पर मृतिका का मोबाईल एवं घटना में प्रयुक्त मोटरसायकल को आरोपी प्रदीप सोनी से जप्त किया गया तथा प्रकरण के आरोपिया शालू सोनी के कब्जे से लूट होना बताये दोनो मोबाईल जप्त कर विधिवत गिरफ्तार किया गया।