कोराना संकटकाल से उबरने के लिए देश में इस वक्त दो वैक्सीन का उपयोग किया जा रहा है। वैक्सीनेशन प्रोग्राम को लेकर थोड़ा विवाद भी निर्मित हो गया था, वह इसलिए क्योंकि केंद्र सरकार ने 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लिए वैक्सीनेशन पर कीमत तय कर दी थी और खर्च को राज्य सरकारों के पाले में डाल दिया था। लेकिन 7 जून को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बड़ा ऐलान करते हुए वैक्सीनेशन को पूरी तरह से फ्री कर दिया है, जिसे कल से लागू किया जाएगा।
नई दिल्ली। कल से 18 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों को फ्री वैक्सीन लगाई जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 जून को इसका ऐलान किया था। अब यानी कि सरकारी वैक्सीनेशन सेंटर में वैक्सीन लगवा रहे हैं तो आपको कोई शुल्क नहीं देना होगा। इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने वैक्सीनेशन की नई गाइडलाइन भी जारी की थी जो कल से लागू होने जा रही है।
वैक्सीनेशन के आधार पर होगी आपूर्ति
राज्यों को उनकी जनसंख्या, कोरोना केस और वैक्सीनेशन की रफ्तार के आधार पर केंद्र वैक्सीन सप्लाई करेगा। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने राज्यों को चेतावनी भी दी है कि वैक्सीन का वेस्टेज होने पर सप्लाई में कमी की जा सकती है। यानी राज्यों को ज्यादा वैक्सीन डोज पाने के लिए कम से कम वेस्टेज करते हुए ज्यादा रफ्तार से वैक्सीनेशन करना होगा।
केवल सरकारी केंद्रों में सुविधा
कल से अगर आप सरकारी वैक्सीनेशन सेंटर में वैक्सीन लगवा रहे हैं तो आपको वैक्सीन के लिए कोई कीमत नहीं चुकानी होगी। हालांकि प्राइवेट अस्पतालों में वैक्सीन के लिए आपको पैसे देना होंगे।
प्राइवेट हॉस्पिटल्स में ऐसी होगी कीमतें
प्राइवेट हॉस्पिटल्स में अलग-अलग वैक्सीन की अलग-अलग कीमत होगी। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, प्राइवेट हॉस्पिटल में कोवीशील्ड 780 रुपए में मिलेगी। देश में फिलहाल दी जा रही तीनों वैक्सीन में से ये सबसे कम कीमत है। इसके अलावा कोवैक्सिन के लिए 1410 और स्पुतनिक-ट के लिए आपको 1145 रुपए चुकाने होंगे। ये वैक्सीन के एक डोज की कीमत है। साथ ही प्राइवेट हॉस्पिटल आपसे सर्विस चार्ज के रूप में 150 रुपए तक ले सकते हैं।