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कानपुर। किन्नर को लड़की बताकर शादी कर दी गयी, लेकिन सुहागरात के दिन ही पूरा राज खुल गया। इधर गुस्साये पति ने अपनी किन्नर पत्नी और सास-ससुर के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है।घटना कानपुर के शास्त्रीनगर इलाके का है। इधर इस मामले में पुलिस भी परेशान है, लिहाजा वो जांच करने की बात कह और कुछ भी बोलने से बच रही है। शास्त्री नगर निवासी पीयूष ने बताया कि उसकी शादी 28 अप्रैल 2021 को पनकी बी-ब्लॉक निवासी भारीगथी यादव की बेटी सुनीता यादव से हुई थी।सुनीता जन्म से किन्नर थी, यह बात सुनीता के परिजनों को पता थी। इसके बाद भी विजय नगर निवासी सत्यदेव चौधरी ने शादी के लिए मध्यस्थता की और दोनों की शादी करा दी। शादी के बाद सच्चाई सामने आई तो पूरा परिवार दंग रह गया।सुनीता ने खुद बताया कि वह शादी नहीं करना चाहती थी, लेकिन परिजनों ने जबरन उसका शादी यह बात छिपाकर कर दी। पहले लड़के पक्ष के आरोप को काकादेव पुलिस मानने को ही तैयार नहीं थी और तहरीर देने के बाद भी लौटा दिया था। पीड़ित पीयूष ने मामले की शिकायत अफसरों से की और सुनीता की जांच रिपोर्ट उनके सामने रखी तो पुलिस को भरोसा हुआ।इसके बाद काकादेव पुलिस एफआईआर दर्ज करने को तैयार हुई। पीयूष ने बताया कि शादी के बाद सुनीता की जांच उन्होंने खुद कराई तो सच्चाई सामने आई थी। इसके चलते सभी जांच रिपोर्ट उनके पास हैं और एफआईआर का आधार बनीं।मामला खुलने पर सुनीता अपने घर चली गई और ठगी का शिकार और समाज में फजीहत झेलने के बाद पीयूष ने काकादेव थाने में सुनीता के साथ ही साला सुरेंद्र यादव, ससुर भागीरथी यादव, सास, साली इंदु, लक्ष्मी, सुनीता के जीजी और मध्यस्थता कराने वाले सत्यदेव चौधरी के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई है। पीयूष ने बताया कि सुनीता को देखकर कोई भी अंदाजा नहीं लगा सकता कि वह किन्नर है।