मुरैना जिले में एक वन अधिकारी श्रद्धा पांढरे रेत माफियाओं के लिए चुनौती बन गई हैं। एसडीओ के पद पर कार्यरत ईमानदारी से और बिना डर अपनी ड्यूटी निभा रही हैं । लिहाजा इन दिनों इनके जान पर बन आई है। उन्हें रोकने के लिए अब तक उन पर 9 बार हमले हो चुके हैं। लेकिन इसके बाद भी वे बिना डरे अपना काम कर रहीं हैं। बुधवार को भी रेत माफिया ने महिला अधिकारी श्रद्धा पेन्द्रे पर हमला बोला। महिला एसडीओ को ट्रेक्टर से कुचलने का प्रयास किया गया। रेत से भरे दो ट्रेक्टर ट्रोली को पकड़ने के लिए एसडीओ अपनी टीम के साथ पीछा कर रही थी कि तभी दोनों ट्रैक्टर ने महिला अधिकारी को कुचलने की कोशिश की जिसमे वो ट्रैक्टर आपस में भिड़ गए। आरोपी मौके से फरार हो गए।
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कब -कब हुआ हमला ?
वन विभाग की टीम पर हमले की शुरुआत 24 अप्रैल को आरटीओ बैरियर और वन चौकी के बीच सोलंकी पेट्रोल पंप के पास हुई थी। इस दौरान अवैध रेत की ट्रैक्टर-ट्रॉली को पकड़ा गया था। इसी समय तेज रफ्तार में एक खाली ट्रैक्टर-ट्रॉली आई और उसने वन विभाग के डंपर में टक्कर मार दी। इसके बाद ट्रैक्टर पर सवार एक माफिया ने कट्टा निकाला और एसडीओ श्रद्धा की गाड़ी पर गोली चलाई।इसके बाद 22 मई को रजिस्ट्रार ऑफिस के पास दूसरा हमला हुआ था, जहां अवैध रेत से भरी दो ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को घेराबंदी कर पकड़ा गया था। इसके बाद एक ट्रैक्टर सवार माफिया ने एसडीएओ श्रद्धा पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की थी, लेकिन वो बच गईं।
तीसरा हमला 5 मई को वन विभाग के नाके पर हुआ था। वन विभाग की टीम ने अवैध रेत के ट्रैक्टर-ट्रॉली को पकड़ा था। इस पर ट्रैक्टर पर सवार रेत माफिया ने एक वनकर्मी की कनपटी पर बंदूक तान दी और गोली मारने की धमकी देकर वहां से भाग निकला। इसके करीब 10 मिनट बाद ही दो रेत माफिया बाइक पर सवार होकर आए, जिन्होंने एसडीओ व वन विभाग की टीम पर ताबड़तोड़ तीन फायर कर दिए। जवाब में वन विभाग की टीम ने भी फायरिंग शुरू कर दी