रायपुर। भाजपा ने कांग्रेस नेता विनोद तिवारी पर झूठ बोलकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को बदनाम करने का आरोप लगाया है। आय से अधिक संपत्ति की शिकायत पर संज्ञान लेने की बात कही थी, जबकि विनोद तिवारी ने दूसरे विषय पर पीएमओ को चिठ्ठी लिखी थी। मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने विनोद तिवारी पर कार्रवाई के लिए मुख्य सचिव को पत्र लिखा है। इस कांग्रेस नेता विनोद तिवारी ने पलटवार किया है।
भाजपा नेता शिवरतन शर्मा ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि कांग्रेस नेता विनोद तिवारी के ऊपर झूठ बोलकर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को बदनाम करने का आरोप लगाया है. भाजपा कार्यालय में दस्तावेजों का हवाला देते हुए शिवरतन शर्मा ने कहा कि विनोद तिवारी ने केंद्र सरकार के पत्र को गलत ढंग से प्रचारित कर रमन सिंह के ऊपर आय से अधिक मामले की जांच की बात कही थी, जबकि पत्र में कही भी ऐसा उल्लेख नहीं था।
उन्होंने कहा कि विनोद तिवारी ने पीएमओ को दूसरे विषय पर पत्र लिखा था, उस मामले मे केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को लिखा था. केंद्र सरकार के पत्र को गलत ढंग से प्रचारित करने को लेकर केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को विनोद तिवारी के खिलाफ करवाई करने के साथ उसकी सूचना केंद्र को देने के लिए निर्देशित किया है। पत्रकार वार्ता के दौरान भाजपा नेता शिवरतन शर्मा के साथ नरेश गुप्ता, ओपी चौधरी भी मौजूद थे।
इस पर कांग्रेस नेता विनोद तिवारी ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य को दोनों हाथों से लूटने और लुटवाने वाले डॉ. रमन सिंह और उनके पुत्र अभिषेक सिंह के आय से अधिक संपत्ति के मामले में कार्रवाई के लिए यदि मुझे जेल जाना पड़े, तो सहर्ष स्वीकार है। उन्होंने कहा कि मुझे भारत सरकार ने 5 अप्रैल को पत्र प्राप्त हुआ, जिसमें राज्य सरकार को यह कहा गया कि पुलिस और पब्लिक आर्डर राज्य शासन का विषय हैं. भारत के संविधान के सातवीं सूची में वर्णित है। राज्य शासन का काम है कि अपराध और अपराधियों का पता लगाए। उन्हें रोके और उन्हें सजा दिलाए। इसलिए मेरी रिप्रजेंटेशन पर राज्य शासन जो उचित समझे वो कार्रवाई करें।