जिन पुलिस वालों को अवैध कारोबार के खिलाफ तैनात किया जाता है, वही लोग शातिराना हरकतों पर उतारू हो जाएं, तो अपराधिक समाज का खात्मा हो पाएगा, सोच भी बेमानी है। ऐसा ही मामला मध्यप्रदेश के होशंगाबाद से सामने आया है, जहां एक एसआई ने एक महिला को मिलाकर तीन लोगों का गैंग बना लिया और तीनों निकल पड़े ब्लैकमेलिंग के जरिए अवैध वसूली करने।
Read More : सनकी आशिक ने विवाहिता से एकतरफा प्यार में, फिल्म “डर” की कहानी को दोहराया, अब गिरफ्तार
होशंगाबाद में युवाओं के वीडियो, फोटो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करने के मामले में नया मोड़ आ गया है। ब्लैकमेलिंग की गैंग थाने से ही SI जय नलवाया चला रहा था। इसमें महिला हेड कांस्टेबल ज्योति मांझी और कांस्टेबल मनोज वर्मा और एक महिला शामिल थी। गैंग में शामिल सुनीता ठाकुर युवाओं को होटल लेकर जाती थी और वहां वीडियो और फोटो शूट करती थी। इसके बाद ये पुलिसकर्मी महिला के साथ मिलकर युवाओं को डरा-धमका कर रुपए वसूलते थे। मामला तब खुला जब पुलिसकर्मियों ने गैंग में शमिल महिला को वसूली में से कम रुपए दिए। उसने एसपी से शिकायत की। तीनों को निलंबित करने के बाद एसपी ने विभागीय जांच शुरू की है।
Read More : नाबालिग को अगवा कर, कई बार किया RAPE, HC ने 20 साल जेल की सुनाई सजा
महिला सेल प्रभारी डीएसपी आशुतोष पटेल मामले की जांच कर रहे हैं। जांच में पुलिस को 9 शिकायती आवेदन मिले। जिन पर कोतवाली थाने की सील अंकित है, लेकिन 7 आवेदन का रिकाॅर्ड कोतवाली में नहीं है। थाने के बाहर की इन शिकायत पत्रों के माध्यम से ब्लैकमेलिंग गैंग की महिला और तीनों पुलिसकर्मी युवाओं को डराकर रुपए वसूलते थे। इधर कोतवाली थाने में फरियादी भविष्य वाधवानी द्वारा की एफआईआर में फरार गैंग की महिला सुनीता ठाकुर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में नई बातें ओर सामने आएगी।
थाने की सील लगे एक जैसी हैंड राइटिंग के 7 आवेदन
पुलिस के मुताबिक जांच में महिला सुनीता ठाकुर द्वारा दिए गए 9 शिकायती आवेदन मिले हैं। सभी आवेदन पर कोतवाली थाने की सील लगी है। शिकायती पत्रों में खास बात है कि 7 आवेदन में ही एक जैसी हैंड राइटिंग और एक जैसे कागज पर लिखे हैं। शिकायती पत्रों पर न तारीख का उल्लेख और न शिकायत करने वाले के ठीक तरह से हस्ताक्षर हैं, जो सिर्फ साधारण कागज पर लिखे शिकायत जैसे हैं। महिला ने जिनकी शिकायत की, उन पर शोषण करने और रुपए न देने के आरोप लगाए हैं।
7वीं वारदात में रुपए के लेन-देन से मामला उजागर
हनीट्रैप गैंग की महिला और 3 पुलिसकर्मियों की ब्लैकमेलिंग का खेल पिछले चार-पांच माह से जारी था। हर बार किसी नए युवक, व्यक्ति से होटल या रूम पर ले जाकर महिला वीडिया, फोटो बनाती थी। इसके बाद पुलिस को बुला लेती और ब्लैकमेल करती थी। अभी तक 6 लोगों से महिला और पुलिसकर्मी ब्लैकमेल कर किसी से 20 हजार, 50 हजार व 80 हजार रुपए ले चुके है। ये पीड़ित इटारसी, होशंगाबाद, आंवलीघाट के रहने वाले है। आंवलीघाट के युवक से 50 हजार रुपए लिए।
सातवीं वारदात इन्होंने सलकनपुर के सुशील मालवीय के साथ की। नर्मदा नदी के पास एक होटल में मिले थे। उसी दौरान पुलिसकर्मी वह जा पहुंचे। मामले में उस युवक से दो बार में साढ़े 7 लाख रुपए लिए गए। लेकिन गैंग की महिला को केवल 2 हजार रुपए ही पुलिसकर्मियों ने दिए। इससे महिला नाराज होकर 7 जून को कोतवाली थाने, एसपी को उसने शिकायत की। इसमें तीनों पुलिसकर्मियों पर आरोप लगाया कि इन्होंने मेरे नाम से झूठे मामले में ठगी की। एसआई श्रद्धा राजपूत ने मामले की जांच की। महिला से थाने की सील लगे आवेदन और बयान लिए। जांच में तीनों पुलिसकर्मियों के शामिल होने की पुष्टि हुई। एसपी ने तीनों पुलिस कर्मियों को तत्काल निलंबित किया।