बिलासपुर। करीब सप्ताहभर पहले न्यायधानी बिलासपुर में रेलवे क्षेत्र के ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मोतीलाल थारवानी ने ड्यूटी पर तैनात सिपाही से बदसलुकी की थी। ना केवल उससे सरेराह गाली-गलौज, बल्कि हाथ भी उठा दिया था। वहीं मोबाइल छिनकर सिपाही को अपनी पहुंच का धौंस भी दिखाया था। इस मामले में पुलिस ने शनिवार को कांग्रेस नेता को नागपुर से गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही बिलासपुर से कांग्रेस विधायक शैलेष पांडे तारबहार थाना पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया। विधायक पांडे अपने एक दर्जन समर्थकों के साथ थाने में घुस गए। विधायक ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप भी लगा दिया। पुलिस से वे मांग करने लगे कि इस मामले में उस पुलिस वाले पर भी एफआईआर दर्ज की जाए, क्योंकि गाली-गलौज तो उसने भी की थी।
इंस्पेक्टर ने विधायक की बात मानने से इंकार कर दिया तो विधायक के समर्थकों ने उनका घेराव कर बहसबाजी शुरू कर दी। चिल्लाकर विधायक शैलेष पांडे ने थाने में कहा कि मोतीलाल कोई आतंकवादी है क्या? जो उसके साथ ऐसा सलूक किया जा रहा है। ये गलत है हम ये नहीं होने देंगे। यहां लाकर उसे अपराधी बना दिया गया है। ऐसा नहीं चलेगा। काफी देर तक थाने में पुलिस की टीम विधायक को समझाती रही। करीब 1 घंटे तक चला हाईवोल्टेज ड्रामा शांत हुआ। फिलहाल मोती लाल पुलिस की हिरासत में ही हैं।
पुलिस माहौल बिगाड़ रही है
विधायक शैलेष पांडे ने इसके बाद मीडिया से बात कर कहा कि हम यहां पुलिस से पूछने आए कि मोतीलाल को पुलिसकर्मी ने भी गाली दी है तो उस पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई। मोतीलाल के भाई ने भी कॉन्स्टेबल के खिलाफ शिकायत दी थी, मगर उसकी एफआईआर दर्ज नहीं की गई। उसे जांच के नाम पर डराया गया। ठीक है उसके मुंह से गाली निकली मैं इसके लिए पुलिस विभाग से माफी मांगता हूं, हमारा शहर बिलासपुर शांति प्रिय है इसका माहौल खराब किया जा रहा है।