दुनिया में एक के बाद एक विपदा आ रही है, अभी कोरोना थमा भी नहीं कि अब एक नई समस्या सामने आ गई है। इस बार स्पेस से एक ऐसी खबर सामने आयी है जो पृथ्वी को संकट में डालने की ओर इशारा कर रही है, नासा के वैज्ञानिकों ने खुलासा किया है कि बहुत बड़ा उल्कापिंड पृथ्वी की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। ये इतना बड़ा है कि पहले इसे ग्रह समझ लिया गया था, लेकिन इसके बाद हुई स्टडी और रिसर्च (Space Research) में उल्कापिंड निकला, वैज्ञानिकों ने इसके पृथ्वी से टकराने की संभावना को लेकर भी खुलासा किया है।
इतना बड़ा टुकड़ा कभी नहीं देखा
एस्ट्रोनॉमर्स ने आकार में 62 मीटर बड़े उल्कापिंड को स्पेस से पृथ्वी की तरफ अचानक आते देखा, इससे पहले एस्ट्रोनॉमर्स ने इतना बड़ा टुकड़ा कभी नहीं देखा था, वो भी हैरान हैं कि अंतरिक्ष में इतना बड़ा टुकड़ा टूटकर घूम रहा था, ऐसे में कभी उनकी नजर इस पर पहले कैसे नहीं पड़ी, इसे सबसे पहले 23 जून को देखा गया, जिसके बाद हड़कंप मच गया, उस समय इसे छोटा सा पत्थर माना गया लेकिन अब पता चला है कि ये एक ग्रह जितना बड़ा है, इसे चिली (Chile) के सरो तोलोलो इंटर अमेरिकन ऑब्जर्वेटरी के डार्क एनर्जी कैमरा ने स्पॉट किया है।
उल्कापिंड का नामकरण किया गया
एस्ट्रोनॉमर्स ने इसका नाम C/2014 UN271 रखा है, इसके अलावा इसे Bernardinelli-Bernstein नाम दिया गया है, पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी के इन दो खोजियों ने ही इसकी खोज की थी, उनके नाम पर ही इस उल्कापिंड का नामकरण किया गया है, एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये अब तक का देखा गया सबसे बड़ा उल्कापिंड है, आम तौर पर किसी उल्कापिंड को सूर्य का पूरा चक्कर लगाने में 200 साल लगते हैं, लेकिन ये बीते 6 लाख सालों से चक्कर काट रहा है।
अध्ययन के लिए अभी 10 वर्ष का समय
एस्ट्रोनॉमर्स ने बताया कि इस उल्कापिंड को अध्ययन करने के लिए अभी उनके पास 10 वर्ष का समय है, 23 जनवरी 2031 को ये पृथ्वी के सबसे नजदीक होगा, हालांकि, इसके टकराने की संभावना ना के बराबर है, ये इतना बड़ा है कि अगर गलती से भी टकराने की संभावना होती तो पृथ्वी की तबाही तय थी, इसने कई एस्ट्रोनॉमर्स का ध्यान आकर्षित किया है।