देश में कोरोना की दूसरी लहर से भले ही पिंड छूट गया है, लेकिन आशंकाओं की वजह से अब भी खौफ बरकरार है। दूसरी लहर ने जिस तरह से त्रासदी का सामना कराया, उससे पूरी दुनिया थर्रा गई है, ऐसे में तीसरी लहर की भयावहता की कल्पना भी डरा देती है। कोरोना की वजह से बीते डेढ़ से स्कूल और काॅलेजों में ताले लटक रहे हैं, जिसे खोलना मुसीबत को दावत देने के समान है। अच्छी बात यह है कि कोरोना से बचाव के लिए इमरजेंसी में ही सही, पर वैक्सीनेशन का दौर जारी है और पूरी गति से अभियान भी चल रहा है। इस बीच मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार का बड़ा फैसला सामने आया है, जिसके मुताबिक प्रदेश में स्कूलों को तभी खोला जाएगा, जब वैक्सीनेशन 100 प्रतिशत हो जाएगा।
भोपाल। स्कूल कब खुलेंगे? ये सवाल हर किसी के जहन में है लेकिन कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के चलते राज्य फूंक-फूंक कर कदम रख रही हैं। आज हुई सीएम शिवराज की मंत्री समूहों की बैठक में फिलहाल स्कूल नहीं खोलने का फैसला लिया गया है।
स्कूल और शिक्षण संस्थान नहीं खोलने का फैसला
मंत्री समूहों के साथ हुई चर्चा में टीकाकरण, शिक्षण संस्थानों के संचालन, कोरोना कर्फ्यू को खत्म करने संबंधित अन्य मुद्दों पर भी बात हुई। मंत्री समूह अपनी रिपोर्ट सीएम के सामने पेश किया। स्कूल खोलने को लेकर हुए चर्चा में फिलहाल स्कूल और शिक्षण संस्थान नहीं खोलने का फैसला लिया गया।
ऑनलाइन और TV के माध्यम से ही कराए जाने पर चर्चा
वहीं बच्चों की पढ़ाई पहले की तरह ऑनलाइन और TV के माध्यम से ही कराए जाने पर चर्चा हुई। वाट्सएप के माध्यम से वर्कशीट उपलब्ध कराई जाने पर चर्चा हुई। जुलाई के अंत तक ऑफ लाइन पद्धति से कराएं जाने पर विचार हुआ। वहीं शिक्षण संस्थानों के शुरू करने के लिए 100 टीकाकरण जरूरी की बात पर जोर दिया गया है। इसके अनुसार BAMS, BHMS, BUMS की समस्त परीक्षाएं पर भी विचार किया गया।