छत्तीसगढ़ में गरियाबंद के भ्रष्टाचार का विरोध करना गांव के आदिवासी पंच पर भारी पड़ गया। सरपंच ने सरेआम गालियां देते हुए पंच को चप्पलों से पीटा। मामला थाने पहुंचा तो सरपंच ने माफी मांग ली। इसके बाद पंच ने एक बार फिर थाने पहुंचकर शिकायत दी है। उनका कहना है कि वीडियो वायरल कर सरपंच उन्हें अपमानित कर रहा है। पंच करीब एक साल से विकास कार्यों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर विरोध कर रहे हैं। मामला देवभोग ब्लॉक का है।
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जानकारी के मुताबिक, देवभोग ब्लॉक के दरलीपारा पंचायत स्थित स्कूल मैदान को मेंटेन किया जा रहा है। सरपंच जलधर नागेश वहां खड़े होकर काम करा रहे थे। 23 जून की शाम करीब 4 बजे वार्ड क्रमांक एक से निर्वाचित पंच जयलाल ध्रुव वहां पहुंच गए। आरोप लगाया कि मुरुम डालने के नाम पर मिट्टी डाली जा रही है। इसके बाद विवाद होने लगा। आरोप है कि सरपंच नागेश ने गालिंया देते हुए पंच जयलाल की चप्पल से पिटाई शुरू कर दी। वहां से निकल रहे लोगों ने देखा तो जयलाल को उससे छुड़ाया।
पहले माफी मांगी, अब वीडियो वायरल कर अपमान कर रहे
पंच जयलाल ध्रुव मंगलवार को देवभोग थाने में शिकायत लेकर पहुंच गए। उन्होंने सरपंच के खिलाफ आरोप लगाया कि घटना वाले दिन ही मामले की शिकायत लेकर जब पंच जयलाल थाने गए थे। वहां सरपंच ने दोबारा गलती नहीं करने की बात कही और समझौता कर लिया था। अब सरपंच और उसके समर्थक पिटाई का वीडियो वायरल कर उसे अपमानित कर रहे हैं। उन्होंने सरपंच पर कार्रवाई और उसे बर्खास्त करने की मांग की है।
एक साल से कर रहे विरोध, सभी पंचों ने दी थी इस्तीफे की धमकी
पंच ग्राम पंचायत में चल रहे कामों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर एक साल से विरोध कर रहे हैं। इससे पहले 2020 में सड़क, क्वारैंटाइन सेंटर के नाम पर गड़बड़ी, बिना प्रस्ताव के सोलर लाइट समेत अन्य मामलों में जिला पंचायत से शिकायत की गई है। फरवरी 2021 में कार्रवाई नहीं होने पर 7 पंचों ने इस्तीफे की भी चेतावनी दी थी। मामले की जांच हुई, पर पंच संतुष्ट नहीं हैं। जनपद CEO एमएल मंडावी ने कहा कि दोबारा क्या मामला हुआ, उसकी जानकारी जनपद को नही दी गई है।