देशभर में अबतक कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट के 51 मामले सामने आए हैं। डेल्टा प्लस वेरिएंट खतरनाक डेल्टा वेरिएंट (बी1.617.2) का म्यूटेशन है, जिसने अप्रैल-मई में पूरे देश में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान तबाही मचाई थी। कुछ स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, ये नया वेरिएंट तीसरी लहर का कारण हो सकता है।
देश के जिन 12 राज्यों में 51 केस दर्ज किए गए हैं, इनमें से सबसे ज्यादा 22 मामले महाराष्ट्र से आए हैं। अब विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक बयान जारी किया है जिसके बाद चिंता और बढ़ गई है। WHO के प्रमुख टेड्रोस अधनोम ने इसे अब तक का सबसे ज्यादा संक्रामक वेरिएंट बताया है, जो वैक्सीनेट हो चुके लोगों को भी बड़ी तेजी से अपना शिकार बना रहा है। WHO प्रमुख ने इस वेरिएंट को लेकर चिंता जाहिर की है।
कोरोना वायरस के नए डेल्टा वेरिएंट से पूरी दुनिया में खौफ के बादल मंडरा रहे हैं। WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) ने भी इसे अब तक का सबसे संक्रामक वेरिएंट मानते हुए ‘वेरिएंट ऑफ कंसर्न’ में लिस्टेड कर दिया है। अब एक नया डेटा सामने आया है जिसमें बताया जा रहा है कि डेल्टा वेरिएंट पूरी तरह वैक्सीनेट हुए लोगों को भी मौत के घाट उतार रहा है।
पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (PHE) द्वारा शुक्रवार को जारी किए गए एक डेटा के मुताबिक, ब्रिटेन में डेल्टा वेरिएंट से अब तक करीब 117 लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में 50 साल से ज्यादा उम्र के 109 लोग शामिल हैं. इनमें 50 ऐसे लोग भी हैं जिन्हें वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी थीं।