कोविड की वजह से छात्र-छात्राओं की शिक्षा बदहाल होती जा रही है। छोटी कक्षाओं के बच्चों से लेकर बड़ी कक्षाओं के बच्चों में सिर्फ कन्फ्यूजन है। वहीं बच्चों का दिमाग पढ़ाई में नहीं लग पा रहा है। इसकी वजह से बच्चों का माता-पिता से विवाद भी स्वाभाविक हो गया है, लेकिन हालात ऐसे हैं कि चाहकर भी कोई विकल्प नहीं मिल रहा है। लेकिन पालकों के साथ बच्चों को भी समझदारी दिखाने की आवश्यकता है, ना कि निराशा में डूबकर गलत कदम उठाने की।
बिलासपुर। दसवीं में सप्लीमेंट्री आने पर एक छात्र ने घर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। बेटे की मौत की खबर के बाद पिता ने भी फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। दोनों की मौत की खबर के बाद पूरे इलाके में मातम पसर गया है।
वो परेशान रहने लगा था
घटना सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के आश्रय परिसर की है। प्राइवेट स्कूल में चपरासी के पद पर काम करने वाला जयप्रकाश अपने 19 वर्षीय बेटे निशांत और पत्नी के साथ यहां पर रहता था। बेटा विशाखापटटनम में रहकर पढ़ाई कर रहा था। बीते साल लाॅक डाउन होने की वजह से वो बिलासपुर अपने पिता और माता के साथ रह रहा था। निशांत 10 वीं में सप्लीमेंट्री आया था, जिसके बाद से वो परेशान रहने लगा था। बोर्ड परीक्षा में पास नहीं होने की वजह से पिता के साथ भी बेटे का विवाद होता रहता था।
दुखी पिता ने भी फांसी लगा ली
बताया जा रहा हैं कि, रविवार को भी इसी बात को लेकर दोनों में विवाद हुआ था। विवाद के बाद देर रात निशांत ने अपने कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। बेटे की मौत की खबर जैसे ही पिता को हुई तो इस बात से दुखी पिता ने भी फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। दोनों की मौत की खबर के बाद अब पूरे इलाके में मातम पसरा हुआ है। वहीं परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
इधर घटना की जानकारी के बाद सिरगिट्टी पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर इस मामले की जांच में जुट गयी है।