सिरमौर। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के दुर्गम टिंबी-मिल्ला सड़क मार्ग पर पशोग गांव में हुए सड़क हादसे के बाद समूचे गिरिपार क्षेत्र में सन्नाटा पसर गया है। शादी की खुशियां मातम में तब्दील हो गई। चढ़ेऊ गांव के कई घरों में चूल्हे नहीं जले। इस भयावह हादसे में किसी ने अपना लाल खोया तो किसी के माथे का सिंदूर मिट गया। गुप अंधेरे में पसरे इस सन्नाटे में परिजनों की चीख पुकार सुनकर हर किसी के आंसू निकल रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार टिंबी-मिल्ला सड़क मार्ग पर पशोग गांव के समीप यह हादसा हुआ है। बरातियों से भरी बोलेरो कैंपर सड़क से करीब 300 मीटर गहरी खाई में जा गिरी, जिससे गाड़ी के परखच्चे उड़ गए। आशंका जताई जा रही है कि ब्रेक फेल होने से यह हादसा हुआ है। यह घटना हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला के शिलाई उपमंडल का है।
पशोग सड़क हादसे ने पूरे गिरिपार को झकझोर कर रख दिया है। हादसे में एक ही गांव के आठ लोगों समेत 11 की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि मृतकों में कुलदीप दूल्हा पक्ष के परिवार से संबंधित थे। बताया जा रहा है कि वह दूल्हे के चचेरे भाई थे। दुल्हन लेकर वापस आने के बाद गांव में जश्न का माहौल रहना था लेकिन हादसे के बाद परिस्थितियां बदल गईं। पूरे गांव में मातम का माहौल है।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। महिलाएं तो मानों सुधबुध ही खो बैठी हैं। शिलाई के विधायक हर्षवर्धन चौहान, एसडीएम शिलाई राकेश सिंघा, डीएसपी पांवटा साहिब वीर बहादुर सिंह मौके पर पहुंचे और परिजनों को ढाढस बंधाया। हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि दुख की इस घड़ी में वह परिजनों के साथ है। उधर, खाद्य आपूर्ति निगम के उपाध्यक्ष बलदेव तोमर, जिला भाजपा अध्यक्ष विनय गुप्ता ने इस घटना पर दुख प्रकट करते हुए दिवंगत की आत्मा की शांति की प्रार्थना की है।
बली राम ने खोए दो पुत्र
इस हादसे में कई परिवारों के चिराग बुझ गए। चढ़ेऊ निवासी बली राम पर दुखों का पहाड़ टूटा है। उसके दोनों पुत्र प्रवेश और सुरेश इस हादसे का शिकार हो गए। सुबह बरात में गए दोनों भाई शाम को घर लौट कर नहीं आए। दोनों की मृत्यु से परिवार गहरे सदमे में है।