रायपुर। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम IPS GP सिंह के घर में और उनके ठिकानों पर लगातार तलाशी की कार्रवाई जारी है. जीपी सिंह के अलग-अलग ठिकानों से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज सहित कई बैंक अकाउंट, शेयर और म्युचुअल फंड में निवेश की जानकारी मिली है. ACB की कार्रवाई लगातार दूसरे दिन जारी है।
जानिए क्या क्या लगा ACB के हाथ ?
1. गुरजिंदर पाल सिंह, उनकी धर्मपत्नी और बेटे के नाम पर 75 से भी अधिक बीमा
संबंधी दस्तावेज मिले हैं, जिनमें प्रीमियम के रूप में लाखों रूपये भुगतान किया गया।
2. एक से अधिक एफयूएफ एकाउंट बनाए गए हैं, जिनके आय एवं व्यय की गणना अभी
की जा रही है. इसी तरह बैंकों और डाकघरों में कई खातों की जानकारी मिली है।
जिसकी गणना की जा रही है।
3. अब तक की जांच में 35 अवसरों पर शेयर और म्युचुअल फंड में बड़ी राशि का निवेश किया गया है. अब तक की गणना में 1.5 करोड़ से अधिक रकम शेयर और म्युचुअल फंड में निवेश किए जाने की जानकारी मिली है।
4 अब तक की जांच में पोस्ट ऑफिस में विभिन्न सावधि जमा के कई खाते पाए गए हैं. गणना की प्रकिया निरन्तर जारी है. आकड़ों में और वृद्धि की सम्भावना है।
5 अब तक की जांच में परिजनों के नाम पर हाइवा, जेसीबी, कांकीट मिक्सचर वाहन मशीन लगभग 75 लाख की जानकारी मिली है, जो परिजनों के नाम पर खरीदी गई।
6. अब तक की जांच में जमीन, मकान और फ्लैट में राज्य एवं राज्य के बाहर बड़ी मात्रा
में निवेश की जानकारी मिली है, जिसका आकलन किया जा रहा है।
7. अब तक की जांच में कई बहुराज्यीय कंपनियों से परिजनों के बैंक खातों में 1 करोड़
से अधिक की जमा होने का पता चला है. अग्रिम जांच पर यह रकम और बढ़ने की संभावना है।
8. इस प्रकार अब तक की जांच में कुल 5 करोड़ से अधिक की चल-अचल सम्पत्तियों
का पता लगाया गया है।
9. जांच के तारतम्य में आज भी प्राप्त दस्तावेजों एवं जानकारियों के आधार पर अनेक
व्यक्तियों से पूछताछ की गई. उनके कथन लिए गए हैं, जिससे और नए तथ्य
प्रकट होने के सम्भावना है।
10. जांच दल को निवास स्थान पर लगे सीसीटीवी के डीवीआर का अब तक पता नहीं
चला है, जिसकी निरन्तर खोज जारी है. तलाशी कार्रवाई निरन्तर जारी है।
बता दें कि 1 जून सुबह से ACB की कार्रवाई जारी है. प्राथमिक जांच के दौरान पुख्ता प्रमाण प्राप्त हुए थे. इसके बाद ADG जीपी सिंह के ठिकानों पर कार्रवाई की गई. GP सिंह ने अलग-अलग स्थानों पर करोड़ों की अनुपातहीन अवैध संपत्ति अर्जित की है. बड़े लेन देन किए गए हैं. शेल कंपनियों में निवेश करके मनी लांड्रिंग का प्रयास किया गया है. इसके अलावा रायपुर, भिलाई, राजनांदगांव और ओडिशा राज्य में भी विभिन्न क्षेत्रों में बेनामी संपत्तियां अर्जित करने की प्रामाणिक पुष्टि हुई है। ACB लगातार दस्तावेज खंगाल रही है।