खेती और फसलों के लिहाज से यदि बात की जाए तो हिन्दी महीनों के हिसाब से आषाढ़ मास का पहला पक्ष शुरू हो चुका है। इसे खेती-किसानी के लिए काफी महत्वपूर्ण वक्त माना गया है, फसलों की रोपाई के लिए तैयारियां शुरू हो चुकी है और मानसून ने भी दस्तक दे ही दिया है। चार महीनों बाद यही फसल तैयार हो जाएंगे और फिर सरकार खरीदी की शुरुआत करेगी। इसके लिए बैंकिंग सेक्टर का महत्वपूर्ण योगदान होता है। और आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने गृह जिले के अंतर्गत निर्वाचन क्षेत्र को बैंकिंग के क्षेत्र में सौगात देने वाले हैं।
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सचिवालय से जारी उनके आज के निर्धारित कार्यक्रमों के मुताबिक सीएम बघेल आज दोपहर 12 बजे अपने निवास कार्यालय में ही उपस्थित रहेंगे। लेकिन इस दौरान अपने निवास कार्यालय में पूर्वान्ह 11.30 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित, दुर्ग में मोबाइल बैंकिंग सुविधा और ग्राम-झीट, तहसील पाटन में बैंक की नवीन शाखा का वर्चुअल शुभारंभ करेंगे। वे इसके पश्चात् दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक आयोजित बैठक में गृह विभाग और नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के काम-काज की समीक्षा करेंगे।
रोका-छेका का किया शुभारंभ
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक दिन पहले यानी गुरुवार को प्रदेश में रोका-छेका अभियान का शुभारंभ किया है। इस अभियान के पीछे बड़ा मकसद खरीफ फसलों को नुकसान से बचाना है, ताकि प्रदेश के किसानों को फसलीय क्षति से बचाया जा सके। इस अभियान के तहत जहां खुलेतौर पर घुमने वाले मवेशियों को गौठान तक पहुंचाया जाएगा और उनकी देखभाल की जाएगी, वहीं किसानों को भी चिंतामुक्त किया जा सकेगा।
सरकार का बोझ भी होगा कम
रोका छेका अभियान के तहत आवारा मवेशियों को गौठान में पहुंचाने से सबसे बड़ा लाभ सरकार को यानी राजस्व क्षति आपूर्ति को होगा। फसलों के क्षति होने पर सरकार को जो कई गुना मुआवजा देना होता है, उससे बचत होगी। दरअसल, यह राजकीय क्षति को बचाने की योजना है, इससे मवेशी, फसल और राजस्व हानि तीनों प्रकार का लाभ मिल जाता है।