
अमर प्रेम वही है जिस पर खून के हल्के हल्के-से छींटे हों, ताकि उसे बुरी नजर न लगें। फिल्म हसीन दिलरुबा के इस डायलॉग से ही आप समझ सकते हैं कि इसमें ऐसे प्रेम की कहानी है जो खून-खराबे या कत्ल के बगैर पूरी नहीं हो सकती। विज्ञापन फिल्मों से सिनेमा की दुनिया में आए विनिल मैथ्यू सात साल बाद अपनी दूसरी फिल्म लाए हैं। हसीन दिलरुबा उनकी पहली फिल्म के रोमांस से बिल्कुल जुदा है, लेकिन इतना जरूर है कि यहां भी जिस लड़की, रानी कश्यप (तापसी पन्नू) की कहानी उन्होंने कही है, उसे देख कर पहली नजर में कोई ‘सटकी हुई’ मानेगा।
सुंदर, सुशील, वेजिटेरिन, गोरी और हिंदी साहित्य में एम.ए. रानी की कुंडली का मंगल बहुत भारी है। इसलिए पांच साल में दो ही रिश्ते आए। वह लव मैरिज करना चाहती है लेकिन परिवार अरेंज्ड मैरिज कराता है। दिल्ली में मेक-अप का जॉब करने वाली रानी पर्याप्त विकल्पों के अभाव में ज्वालापुर के इलेक्ट्रिक इंजीनियर रिशु (विक्रांत मैसी) को जीवन साथी चुनती है। सीधे-सादे इमोशनल रिशु को वह समझा देती है कि उसने जो लड़की चुनी है, उसमें तन-मन-धन का कॉम्बिनेशन है।
कजिन रानी भाभी के साथ रतिक्रिया कर
गंगा किनारे बसे छोटे शहर में रहने वाला रिशु बिजली विभाग में इंजीनियर है। दिल्ली की रहने वाली रानी के अरमान बड़े हैं। पर घरवालों के कहने पर वह सरकारी नौकरी वाले खुद से ऊंचाई में कम बंदे से ब्याह रचा लेती है। रिशू होम्योपैथी की दवाओं में मर्दानगी तलाशता रहता हैं और एक दिन रिवर रैफ्टिंग का बिजनेस करने वाला उनका कजिन रानी भाभी के साथ रतिक्रिया करके निकल लेता है। मामला संगीन तब होता है जब मोहल्ले वाले रिशू को ताना मारने लगते हैं और अपनी बीवी के लिए रिशू की मोहब्बत रिश्तों की अदावत बनकर जागने लगती है। पगलैट आशिक सा रिशू हर वो काम करता है जो किताबी है। और, रानी तो खैर है ही सौ फीसदी किताबी। उसका हर कदम उसके फेवरेट उपन्यास लेखक दिनेश पंडित के उपन्यास के हिसाब से जो उठता है।
दिल जीतने की कोशिश करता है
रिशु रानी की अदा पर फिदा हो जाता है और उसका दिल जीतने की कोशिश करता है मगर बाद में पछताता है कि उसने दिल जीतने के बजाय रेशमी जिस्म को जीतने की कोशिश की होती तो रानी उसकी मौसी के बेटे नील (हर्षवर्द्धन राणे) के साथ शारीरिक संबंध नहीं बनाती। यही कहानी का हाई-पॉइंट है। रानी और नील की पिक्चर पूरा मोहल्ला देख चुका है। अब रिशु-रानी के रिश्ते का क्या भविष्य हो सकता है?