छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) ने इस साल घर बैठे 12वीं के बच्चों की परीक्षा ली है। इसके बावजूद 12वीं बोर्ड में 10 हजार परीक्षार्थी ऐसे हैं जिन्होंने परीक्षा नहीं दी है। इनमें कुछ परीक्षार्थी ऐसे हैं जो कि परीक्षा केंद्रों तक प्रश्न पत्र और उत्तर-पुस्तिका तो लेने आए, लेकिन इसे समय पर कॉपी जमा ही नहीं की। वहीं, कुछ ऐसे भी हैं जो कि प्रश्न पत्र और उत्तर-पुस्तिका तक लेने नहीं आए हैं। ऐसे में बोर्ड ने पहले से दिए गए निर्देश के अनुसार इन परीक्षार्थियों को अनुपस्थित घोषित कर दिया है। बता दें कि इस साल 12वीं बोर्ड परीक्षा में दो लाख 83 हजार परीक्षार्थी शामिल हुए थे। छग माशिमं के सचिव प्रो. वीके गोयल ने स्पष्ट कर दिया है कि ऐसे परीक्षार्थी रियायत की कोई उम्मीद ना रखें।
इसी तरह 10वीं बोर्ड परीक्षा के परिणाम इस बार आंतरिक असाइनमेंट के आधार पर जारी किए गए हैं। 10वीं की परीक्षा में पंजीकृत चार लाख 67 हजार 261 पंजीकृत परीक्षार्थियों में से छह हजार 168 परीक्षार्थियों के परीक्षा फार्म अपात्र होने के कारण निरस्त किए गए हैं। शेष चार लाख 61 हजार 093 पात्र परीक्षार्थियों के परीक्षा परिणाम घोषित किए गए हैं। इनमें 2 लाख 24 हजार 112 बालक और 2 लाख 36 हजार 981 बालिकाओं के परीक्षा परिणाम शामिल हैं। सभी परीक्षार्थी परीक्षा में उत्तीर्ण किए गए, परीक्षा परिणाम शत-प्रतिशत रहा।
ओपन स्कूल की परीक्षा में भी यही हाल
इस बार छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल की परीक्षा में भी यही हाल है। 12वीं बोर्ड की परीक्षा हो चुकी है। इसमें करीब 300 परीक्षार्थी ऐसे हैं जिन्होंने अपनी उत्तर-पुस्तिका और प्रश्न पत्र जमा नहीं किया है। वहीं 10वीं की परीक्षा के लिए एक से पांच जुलाई तक प्रश्न पत्र और उत्तरपुस्तिका का वितरण किया जाएगा और छह जुलाई से 10 जुलाई तक उत्तरपुस्तिकाओं को संबंधित केंद्रों में जमा करनी होगी। 10वीं की परीक्षा में 54 हजार 675 और 12वीं की परीक्षा में 80 हजार 989 समेत कुल एक लाख 35 हजार 664 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं।