नई दिल्ली। मौजूदा समय में जब दुनियाभर में कोरोना महामारी फैली हुई है, बड़ी संख्या में लोग अपनी इम्युनिटी को मजबूत बनाने के लिए गिलोय का सेवन कर रहे हैं। कोई काढ़े में इसका इस्तेमाल कर रहा है, कोई गिलोय पाउडर का तो कोई गिलोय टैबलेट का। यहां तक की डेंगू के लक्षणों को भी कंट्रोल करने में बेहद फायदेमंद माना जाता है गिलोय। प्राचीन समय से ही पारंपरिक दवाइयां बनाने और आयुर्वेद में गिलोय का इस्तेमाल किया जाता रहा है। लेकिन हैरानी वाली बात यह है कि गिलोय इंसान के लीवर को नुकसान भी पहुंचाता है। यह अध्ययन में पाया गया है, जिसके चलते डॉक्टरों ने गिलोय के उपयोग को लेकर चेतावनी दी है।
सीमित मात्रा में ही करें गिलोय का सेवन
एंटीऑक्सिडेंट, एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटी-पायरेटिक गुणों से भरपूर गिलोय जिसे गुडुची भी कहते हैं का साइंटिफिक नाम टिनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया है। यह बुखार कम करने, खून को साफ करने, दर्द में राहत दिलाने और पीलिया आदि बीमारियों को भी पूरी तरह से ठीक करने में मदद करता है, लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इतने फायदों वाले गिलोय के भी कुछ साइड इफेक्ट्स हैं। अगर बहुत अधिक मात्रा में गिलोय का सेवन किया जाए तो यह नुकसानदेह हो सकता है। साथ ही कुछ ऐसे लोग भी हैं जिन्हें गिलोय का सेवन नहीं करना चाहिए।
गिलोय के नुकसान
1. जिन लोगों को ब्लड शुगर के लेवल से संबंधित कोई बीमारी हो खासकर लो ब्लड शुगर की उन्हें गिलोय का सेवन नहीं करना चाहिए। इसका कारण ये है कि गिलोय ब्लड शुगर के लेवल को काफी कम कर देता है और अगर किसी को पहले से ही लो शुगर की समस्या हो तो उसकी सेहत और बिगड़ने का खतरा रहता है।
2. गर्भवती महिलाएं और नवजात शिशु को अपना दूध पिलाने वाली महिलाओं को भी गिलोय का सेवन नहीं करना चाहिए। इसका कारण ये है कि गिलोय गर्भावस्था में सुरक्षित है या नहीं इस बारे में कोई सबूत मौजूद नहीं है। इसलिए बेहतर यही होगा कि प्रेगनेंसी के दौरान और ब्रेस्टफीडिंग के दौरान गिलोय का सेवन न किया जाए।
3. जिन लोगों की किसी तरह की कोई सर्जरी होने वाली है उन्हें कम से कम 2 सप्ताह पहले ही गिलोय का सेवन बंद कर देना चाहिए। इसका कारण ये है कि गिलोय का ब्लड शुगर के लेवल पर दुष्प्रभाव पड़ता है जिससे सर्जरी के दौरान और बाद में भी जटिलताओं का खतरा बना रहता है।
4. अगर किसी व्यक्ति को पहले से ही लो ब्लड प्रेशर की समस्या हो तो उन्हें भी डॉक्टर से पूछे बिना गिलोय का सेवन नहीं करना चाहिए वरना ब्लड प्रेशर बहुत ज्यादा कम हो सकता है और परेशानियां बढ़ सकती हैं।
5. अगर किसी व्यक्ति को रूमेटाइड आर्थराइटिस, लुपस या मल्टिपल स्क्लेरोसिस जैसी ऑटोइम्यून बीमारियां हों तो उन्हें भी गिलोय का इस्तेमाल करने से परहेज करना चाहिए। गिलोय इम्यून सिस्टम को अधिक सक्रिय बना देता है जिससे ऑटोइम्यून बीमारियों के लक्षण बढ़ जाते हैं।