हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के आकस्मिक निधन से कांग्रेस पार्टी के सभी नेतागत हतप्रभ हैं। हिमाचल के एक शख्स जिसने पूरे 6 बार सत्ता की कमान संभाली है और बतौर मुख्यमंत्री दायित्वों का निर्वहन किया है। तो 3 बार संसदीय क्षेत्र में जीत का परचम लहराया था। निश्चित तौर पर उनका निधन कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका है। उनके निधन पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन पर गहरा दुख प्रकट किया है। मुख्यमंत्री ने उनके शोकाकुल परिवारजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए, ईश्वर से उन्हें इस दुख की घड़ी को सहने के लिए शक्ति प्रदान करने और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है।
मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा है कि वरिष्ठ नेता वीरभद्र सिंह ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री और सांसद के रूप में अपने प्रदेश के विकास में अविस्मरणीय योगदान दिया। वे केंद्रीय मंत्री रहे और छह बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री का दायित्व संभाला। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि इतनी बड़ी राजनीतिक पारी विरले लोगों को ही नसीब होती है। दिवंगत वीरभद्र उनमें से ही एक थे, जिन्होंने हर चुनौती को स्वीकार किया और संघर्ष को जीत में तब्दील किया।
सीएम बघेल ने कहा कि ऐसे राजनीतिक सितारे का अस्त हो जाना ना केवल पार्टी के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ी क्षति है, जिसकी भरपाई असंभव है। ईश्वर द्वारा रचित सिद्धांत को तो नहीं बदला जा सकता, लेकिन स्व0 वीरभद्र सिंह से प्रेरणा अवश्य ली जा सकती है।