रायपुर। ग्रैंड न्यूज़ के संवाददाता कांकेर के पत्रकार प्रांजल झा ने आखिरकार दम तोड़ दिया । 18 दिन पहले वे एक सड़क हादसे का शिकार हो गए थे । जिसके बाद उन्हें गंभीर हालत में रायपुर रेफर किया गया था।
डॉक्टरों की लापरवाही का अंदेशा
सड़क हादसे का शिकार होने के बाद उन्हें ज़िला अस्पताल से रायपुर रेफ़र कर दिया गया था । रायपुर के कई अस्पतालों ने उन्हें इलाज के नाम पर घुमाया । फिर सुयश अस्पताल ने उन्हें एडमिट तो करा लिया लेकिन मरीज़ पर ध्यान नहीं दिया । परिजनों की माने तो उन्हें सही इलाज की बात कहकर अंधेरे में रखा गया और डॉक्टरों ने उनसे पैसों की खूब वसूली भी की ।
स्वास्थ्य मंत्री ने दिया था सहयोग का आश्वासन
ग्रैंड न्यूज़ की टीम को जब पत्रकार प्रांजल के साथ घटी घटना के बारे में जानकारी मिली तो स्वास्थ्य मंत्री से उनके इलाज के लिए सरकारी खर्चे पर इलाज उपलब्ध कराने की मांग की। स्वास्थ्य मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग और सुयश अस्पताल प्रबधंन को निर्देश दिए। लेकिन डॉक्टरों ने उनकी बिना सुने अपनी मनमानी जारी रखी और परिजनों से इलाज के लिए दवाइयों के नाम पर खूब वसूली जारी रखी। परिजनों ने बताया कि सिर्फ दवाइयों के ही 5 लाख का बिल फाड़ा गया है।