रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पहली बार निलंबित एडीजीपी जीपी सिंह को लेकर खुलकर बयान दिया है। सीएम बघेल ने कहा कि एसीबी और ईओडब्लू ने पर्याप्त साक्ष्य के हिसाब से कार्रवाई की है। प्राप्त दस्तावेज इस बात के साक्ष्य हैं कि जीपी सिंह के खिलाफ किस तरह की कार्रवाई की जानी चाहिए।
विदित है कि छत्तीसगढ़ के सीनियर आईपीएस और एडीजीपी जीपी सिंह के ठिकानों पर एसीबी और ईओडब्लू की टीम ने 1 जुलाई को उनके ठिकानों पर दबिश दी थी। छानबीन के दौरान प्राप्त दस्तावेजों, खातों के अलावा निवेश और विदेशी खातों की जानकारी उजागर हुई, जिसके चलते राज्य सरकार ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था।
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प्राप्त दस्तावेजों के अलावा पड़ताल में पेन ड्राइव, हार्ड डिस्क सहित अन्य संसाधनों की भी जप्ती बनाई गई है। इसमें इस बात का खुलासा पुलिस ने किया है कि आईपीएस जीपी सिंह सरकार के खिलाफ षडयंत्र कर रहे थे। जिसके चलते आईपीएस जीपी सिंह के खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा भी कायम कर लिया गया है।
बहरहाल इस मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का यह कहना बेहद अहम है और काफी मायने भी रखता है कि एसीबी और ईओडब्लू प्राप्त दस्तावेजों के आधार पर ही कार्रवाई कर रही है। सरकार ने निलंबन आदेश तो पहले ही जारी कर दिया था, अब राजद्रोह जैसा प्रकरण भी जीपी सिंह पर कायम हो चुका है।