केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने शनिवार को राज्य सरकारों द्वारा हिल स्टेशनों और पर्यटन स्थलों में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की। बैठक के दौरान, गोवा, हिमाचल प्रदेश, केरल, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल राज्यों के संबंध में कोविड की स्थिति के समग्र प्रबंधन और टीकाकरण की स्थिति पर चर्चा की गई।
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केंद्रीय गृह सचिव भल्ला ने हिल स्टेशनों और अन्य पर्यटन स्थलों में कोरोना प्रोटोकॉल की घोर अवहेलना दिखाने वाली मीडिया रिपोर्टों के मद्देनजर सावधानी बरतने का आदेश दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि कोरोना की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है और राज्यों को मास्क पहनने, सामाजिक दूरी और अन्य सुरक्षित व्यवहार के संबंध में निर्धारित प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करना चाहिए।
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आज हुई बैठक के दौरान भविष्य में कोरोना के मामलों में किसी भी संभावित उछाल से निपटने के लिए पर्याप्त स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे की तैयारी (विशेषकर ग्रामीण, कस्बे, शहरी और आदिवासी क्षेत्रों में) की भी सलाह दी गई। बैठक में नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पॉल, सचिव स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के महानिदेशक, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद और आठ राज्यों के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और स्वास्थ्य प्रधान सचिव आदि शामिल रहे।
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बता दें कि देश के विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कोरोना के मामलों में कम देखी जा रही है। हालांकि राजस्थान, केरल, महाराष्ट्र के कुछ जिलों में कोरोना मामले बढ़ रहे हैं। कोरोना के मामले की सकारात्मकता दर की बात करें तो तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में यह 10 फीसद से अधिक है, जो कि चिंता का विषय है। राज्यों को टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-टीकाकरण और कोरोना प्रोटोकॉल की पांच-स्तरीय रणनीति का पालन करने के लिए भी कहा गया है। 29 जून, 2021 को गृह मंत्रालय ने इन बातों को कड़ाई से लागू करने का निर्देश दिया था।