छत्तीसगढ़ में कोरोना की दूसरी लहर समाप्त होने के बाद सक्रिय मरीजों के साथ ही नए मरीजों के मिलने का क्रम लगातार कम होता जा रहा था, लेकिन बीते चार दिनों के आंकड़ों ने एक बार फिर चौंका दिया है। राजधानी रायपुर में एक माह के बाद एक साथ 44 पॉजिटिव मरीज मिले हैं, जो बड़ी चिंता का विषय है।
छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के आंकड़ों का उलटफेर जारी है। शनिवार को प्रदेश भर में संक्रमण के 359 नए मामले सामने आए हैं। इसी एक दिन में 487 लोगों ने कोरोना को मात दिया। प्रदेश भर में तीन मरीजों की मौत भी हुई है। सबसे ज्यादा 44 मरीज रायपुर में मिले। पिछले एक महीने में यह राजधानी में मिले मरीजों की सर्वाधिक संख्या है। इससे पहले 12 जून को यहां 49 मरीज मिले थे। यहां शुक्रवार को 22 संक्रमित मिले थे।
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार को प्रदेश भर में कोरोना के 31 हजार 481 टेस्ट हुए थे। पांच जुलाई को तो रायपुर में केवल 10 मामले मिले थे। नए मरीजों को मिलाकर रायपुर में अब सक्रिय मरीजों की संख्या 234 हो गई है। एक दिन पहले यह आंकड़ा केवल 200 तक सीमित था। प्रदेश के सबसे संक्रमित जिलों की सूची में प्रदेश की राजधानी वाला यह जिला बाहर था। लंबे अंतराल के बाद संक्रमण के ऐसे मामले सामने आने के बाद प्रशासन भी चिंतित है।
शुक्रवार को बीजापुर और सुकमा जिले में प्रदेश के सर्वाधिक 44-44 मरीज मिले थे। शनिवार को बीजापुर में 41 और सुकमा में 29 नए मरीज मिले हैं। सक्रिय मरीजों की संख्या के हिसाब से बीजापुर, सुकमा, जांजगीर-चांपा, दंतेवाड़ा और बस्तर पांच सबसे अधिक संक्रमित जिले बने हुए हैं।
अभी 4862 मरीजों का इलाज जारी
अभी तक प्रदेश के 9 लाख 97 हजार 785 लोगों को कोरोना का संक्रमण अपनी चपेट में ले चुका है। इसमें से 9 लाख 79 हजार 448 लोग ठीक हुए हैं। 13 हजार 475 लोगों की जान चली गई। शनिवार को जिन तीन मरीजों की मौत हुई वे बलौदा बाजार, जांजगीर-चांपा और बस्तर जिलों के थे। प्रदेश भर में अभी भी 4 हजार 862 लोगों का इलाज होम आइसोलेशन अथवा अस्पतालों में जारी है।
30 प्रतिशत आबादी को लगा एक डोज
छत्तीसगढ़ में अब तक एक करोड़ 3 लाख से अधिक लोगों को कोरोनारोधी टीके का कम से कम एक डोज लग चुका है। यह आबादी का करीब 30 प्रतिशत है। आबादी का 6 प्रतिशत तबका ऐसा है, जिन्हें इस टीके के दोनों डोज लग चुके हैं। डॉक्टरों का कहना है, रोकथाम के उपायों का कठोरता से पालन करने के साथ टीकाकरण ही संक्रमण को बढ़ने से रोक सकता है।