रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर सहित प्रदेश के लगभग हिस्सों में कोरोना नियंत्रित हो चुका है। प्रतिदिन गिने-चुने लोग ही कोविड-19 की चपेट में आ रहे हैं। प्रदेश में कोरोना के तीसरे लहर का प्रकोप ना बढ़े, इसलिए सतर्कता बरती जा रही है, पर काफी संख्या में ऐसे लोग भी सामने आए हैं, जो कोरोना संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आने के बावजूद जांच में आनाकानी कर रहे हैं। कलेक्टर से हुई शिकायत के बाद अब उन्होंने आदेश जारी कर दिया है कि जो भी शख्स इस तरह की हरकत करता है, उसके खिलाफ सीधे एफआईआर की कार्रवाई की जाएगी।
कोरोना की दूसरी लहर ने प्रदेश में किस कदर तांडव मचाया है, इसका अनुभव पूरे प्रदेश ने किया है। इस लहर में पूरा का पूरा परिवार समाप्त हो गया है। कई मांग के सिंदूर हमेशा के मिट गए, तो कई गोद सूनी हो गईं। किसी का जीवनसाथी उसे हमेशा के लिए छोड़ गया। छत्तीसगढ़ की स्थिति कितनी बदतर हो चुकी थी, वास्तव में उल्लेखनीय है और हर किसी को उस अनुभव को ध्यान में रखने की जरूरत भी है।
कोरोना का खतरा टला नहीं
रायपुर कलेक्टर सौरभ सिंह ने इसी बात को ध्यान रखते हुए आदेश जारी किया है। देश में कोरोना का खतरा टला नहीं है, बल्कि तीसरे लहर की आशंकाओं के चलते खौफ का माहौल बना हुआ है। लिहाजा कलेक्टर रायपुर ने सावधानी बरतते हुए लोगों से अपील की है कि जांच में सहयोग करें और पॉजिटिव निकलने पर शासकीय सुविधा का लाभ लेकर उपचार प्राप्त करें।
एफआईआर के निर्देश जारी
इस अपील के बाद भी यदि कोई व्यक्ति जो कोरोना संक्रमित के सीधे संपर्क में आने के बावजूद भी जांच में सहयोग नहीं करता है, उसके खिलाफ एफआईआर के निर्देश जारी कर दिया है। जिसके लिए नायाब तहसीलदार एन के सिन्हा को अधिकृत किया गया है।