छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के भनपुरी स्थित जूट मिल में कार्यरत मजदूरों को फैक्ट्री से बेदखल करने का मामला सामने आया है। कोरोना काल में मजदूरों के सामने बेरोजगारी का संकट उन्हें खून के आंसू रूलाने जैसा प्रतीत हो रहा है, जिसके चलते आज सैकड़ों मजदूरों ने फैक्ट्री के भीतर जमकर हंगामा किया। हालात जब बिगड़ता चला गया, तो पुलिस को हस्तक्षेप के लिए पहुंचना पड़ा।
रायपुर। राजधानी के भनपुरी इलाके में छत्तीसगढ़ जूट मिल संचालित हो रहा है। इसमें स्थानीय लोगों को काम पर रखा गया था, लेकिन अचानक उन्हें काम से निकाल दिया गया, जिसकी वजह से स्थानीय मजदूर बुरी तरह से भड़क उठे। फैक्ट्री से बेदखली को लेकर आक्रोशित मजदूरों ने परिसर के भीतर जोरदार हंगामा शुरू कर दिया, जिसकी सूचना पुलिस को दी गई थी।
रोजगार का संकट खड़ा हो गया
अचानक हुई इस बेदखली की वजह से मजदूरों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है, जिसकी वजह से उनका आक्रोशित होना स्वाभाविक भी है। हालात फिलहाल बेहद खराब चल रहे हैं, ऐसे में जीविका के साधन का छूट जाना किसी को भी परेशान कर सकता है। यही वजह है कि जूट मिल के मजदूरों का आक्रोश मिल प्रबंधन के खिलाफ भड़क उठा है।
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आक्रोशित होकर प्लांट पहुंचे
बताया जा रहा है कि मजदूर प्रबंधक के खिलाफ भारी आक्रोशित होकर प्लांट पहुंचे हुए हैं और प्रबंधन के इस फैसले के खिलाफ मजदूरों ने मिल के बाहर नारेबाजी कर धरना शुरू कर दिया है। हंगामे की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची है और पुलिस दोनों पक्षों से बातचीत कर रही है।
मजदूरो का कहना है कि जूट मिल में बाहरी मजदूरों को काम पर रख लिया गया है और उन्हें निकाल दिया गया हैं। जिसके चलते आज मजदूर एकजुट होकर मिल में एकत्र हुए हैं। फिलहाल पुलिस प्रबंधक और मजदूरों के बीच के विवाद को सुलझाने में जुटी हुई है।