छत्तीसगढ़ के लगभग जिलों को पूरी तरह से अनलॉक कर दिया गया है। कुछ जिलों में राहत के साथ प्रतिबंध बरकरार रखा गया है, लेकिन लापरवाही अब भी चरम पर है। प्रदेश की संस्कारधानी राजनांदगांव को हाल ही में पूर्ण अनलॉक किया गया है, जिसके तुरंत बाद ही जिले में जोरदार कोरोना विस्फोट हो गया। इस बात को लेकर जिला प्रशासनिक गलियारे में हड़कंप मच गया।
राजनांदगांव। जिले के पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में 35 जवान कोरोना पाजिटिव पाए गए। जिसके बाद प्रशासन सकते में आ गया। सभी जवानों को कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया। साथ ही आनन फानन में कलेक्ट्रेट मीटिंग रूम में उच्च स्तरीय बैठक बुलाई गई।
बैठक के बाद पूरे पुलिस ट्रेनिंग सेंटर को सील कर दिया गया और कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया। उधर बाकी जवानों का भी कोरोना टेस्ट कराया गया है।
कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि पीटीएस राजनांदगांव में पुलिस के जवानों के परीक्षण में 35 जवानों का कोरोना पॉजिटिव होना चिंताजनक है। ये जवान सुकमा, कोंडागांव एवं कबीरधाम से आए हैं। साथ ही निर्देश दिए कि संदिग्ध जवानों को भी निगरानी में रखें और स्टाफ सहित सभी का कोविड-19 परीक्षण करवाएं।
खतरा टला नहीं है, ध्यान रखें
प्रदेश से कोरोना पूरी तरह से गया नहीं है, इस बात का ख्याल प्रत्येक व्यक्ति, परिवार, मोहल्ले, गांव और जिले के लोगों को रखना होगा। बीते दो लहरों में जितना नुकसान हो चुका है, उसकी भरपाई नहीं की जा सकती, लेकिन भविष्य खतरे में ना पड़े और ज्यादा नुकसान ना हो, इस पर चिंतन अवश्य किया जाना चाहिए।