छत्तीसगढ़ में अपराधिक गतिविधियों को लेकर दुर्ग-भिलाई काफी बदनाम है। समय-समय पर इसकी बानगी दिखाई भी देती है। लिहाजा इस जिले में हमेशा एक सख्त और त्वरित कार्रवाई के तैयार पुलिस कप्तान की जरूरत होती है। हाल ही में भूपेश सरकार ने कई जिलों के पुलिस अधीक्षकों का तबादला किया है, जिसमें दुर्ग भी शामिल है। यहां पर प्रशांत ठाकुर की जगह पर प्रशांत अग्रवाल को कमान सौंपी गई है। आईपीएस प्रशांत अग्रवाल को दुर्ग में पदस्थ किया जाना उचित जान पड़ रहा है। क्योंकि उन्होंने आते ही एक्शन दिखाना शुरू कर दिया है।
दुर्ग। पुलिस कप्तान प्रशांत अग्रवाल के निर्देश पर जिले में संचालित अवैध हुक्का बारों की सूची में शामिल 3 ठिकानों पर पुलिस ने दबिश दी। इसके अलावा 18 ऐसे ठिकानों पर भी पुलिस ने पहुंच दिखाई जहां पर अवैध गतिविधियां संचालित हो रही थीं। इस पूरे मामले पर खुलासा होना अभी बाकी है।
पुलिस की इस अप्रत्याशित कार्रवाई से अपराध जगत में खलबली मच गई है। इस कार्रवाई में ऐसे लोग भी लपेटे में आए हैं, जो संबंधित थाना क्षेत्रों में चरण वंदना के जरिए अवैध गतिविधियों को लंबे समय से अंजाम दे रहे थे।
दरअसल, पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल के सख्त निर्देश के बाद 9 टीआई सहित 50 पुलिसकर्मियों की स्पेशल टीम गठित की गई है। जिन्हें स्पष्ट निर्देश है कि अपराध जगत की रीढ़ को तोड़ा जाना है। पुलिस के इस एक्शन के बाद शहर में हड़कंप मचा है।
अवैध हुक्का बार में देर रात कई यूथ कश लगाते पाए गए हैं। पुलिस इन पर भी एक्शन ले रही है। अफसरों की माने तो अब इस तरह की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।