Pegasus स्पाइवेयर एक बार फिर सुर्खियां बटोर रहा है. कई रिपोर्ट्स में कहा गया है कि इसका इस्तेमाल जासूसी के लिए किया जा रहा है. भारत में कई बड़े लोगों के स्मार्टफोन को निशाना बनाया है. आपका फोन भी उनके निशाने पर हो सकता है. आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे आप जान सकते हैं कि आपका फोन हैक हुआ है या नहीं. साथ ही इसके बचने के तरीके भी बताएंगे.
आपका फोन भी हो सकता है हैक
स्मार्टफोन हैकिंग की चर्चा काफी हो रही है. द वाशिंगटन पोस्ट और 16 मीडिया हाऊसेज की एक नई रिपोर्ट से पता चला है कि पेगासस का इस्तेमाल जासूसी के लिए किया जा रहा है. बताया गया है कि पत्रकारों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और व्यावसायिक अधिकारियों की जासूसी की जा रही है. लेकिन आपका फोन भी हैक हो सकता है. कई मैलवेयर और सॉफ्टवेयर की मदद से आपके फोन को भी हैक किया जा सकता है. इसके पीछे का मुख्य कारण है फाइनेंशियर फ्रॉड. आइए जानते हैं कैसे पता करें कि आपका फोन हैक हुआ है या नहीं.
जब बढ़ने लगे डाटा यूज
एनफैक्टिड डिवाइस सर्वर से ज्यादा कम्यूनिकेट करता है. खुद को अपडेट रखने के लिए वो सर्वर से ज्यादा मैलवेयर को डाउनलोड करता रहता है. यह कॉन्टैक्ट्स, फोटो और दूसरे यूजर्स के डाटा को सर्वर पर भेजता है. जिससे आपका डाटा ज्यादा यूज होता है.
बैटरी का ज्यादा यूज होना
अक्सर देखा जाता है कि बैटरी खराब होने के बाद आपका फोन ज्यादा देर तक काम नहीं करता. लेकिन अगर यह अचानक होने लगे तो यह चिंता की बात है. इसके पीछे की वजह मैलवेयर सॉफ्टवेयर हो सकते हैं. पीछे मैलवेयर सॉफ्टवेयर चलते रहते हैं, जिससे बैटरी ज्यादा यूज होती है.
फोन में अचानक अंजान एप्स का आ जाना
फोन में देखें कि कोई अंजान एप्स तो नहीं हैं. इंस्टॉल न करने के बाद भी नई एप्स इंस्टॉल हो गई हैं, तो आपको थोड़ा सतर्क होने की जरूरत है. इससे बार-बार पॉपअप एड्स आते हैं. इस एप्स को आप खोलकर देखें तो यह चलते-चलते अचानक रुक जाएंगे.
तुरंत करें फैक्ट्री रिसेट
अगर आपके फोन में यह तमाम परेशानियां आ रही हैं, तो तुरंत फोन को फैक्ट्री रिसेट कर दें. साथ ही आपने जो बैंक, ईमेल या फिर अन्य अकाउंट्स के पासवर्ड रखे हैं, तो बदल लीजिए.