गरियाबंद- देवभोग-जगन्नाथ जी आज मौसी के घर से वापस होते हैं, कोविड काल को ध्यान में रखते हुए देवभोग के अलावा अमलीपदर में बाहूडा जात्रा का रस्म पूरा किया गया।आज दोपहर से ही झमाझम बारिश हुई,बारिश के कारण महाप्रभु को छाते के सहारे वापस मंदिर तक लाया गया। भक्तो की सीमित संख्या में मौजूद भीड़ ने बोल कालिया का जय घोष करते रहे।
4 माह मांगलिक व शुभ कार्य बंद- 21 जुलाई से मंदिर के पट बन्द हो जाएंगे,4 माह तक भगवान शयन करेंगे।धार्मिक मान्यता के मुताबिक़ इस अवधि में कोई भी शुभ कार्य नही किया जाता। ज्योतिषचार्य पंडित बसंत बेहेरा ने बताया कि 15 नवम्बर को देवउठनी एकादशी को भगवान जागृत होंगे।नक्षत्रों के दशा के मुताबिक 21 नवम्बर से ही शुभ व मांगलिक कार्यों के मुहूर्त है।