गरियाबंद। ज़िले की पहली महल आई॰पी॰एस॰ पारुल माथुर ने मंगलवार को जिले की पहली क्राइम मीटिंग ली। अपराध-अपराध है, अपराधी कानून का दुश्मन। ऐसे में पुलिस के अधिकारी किसी तरह का दबाव न महसूस करें। उनका सिर्फ एक काम है अपराधों पर लगाम लगाना। यह बातें पुलिस अधीक्षक ने मंगलवार को पुलिस लाइन स्थित सभागार में क्राइम मीटिंग के दौरान जिले भर के थानाध्यक्षों, क्षेत्राधिकारियों व अन्य विभागीय अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहीं।
मीटिंग के दौरान पुलिस अधीक्षक ने कहा अपराधों पर अंकुश लगाना है, बेझिझक हो कर कार्यवाइ करे
पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर ने क्राइम मीटिंग के दौरान थानाध्यक्षों की हौसलाफजाई भी की, कहा कि क्राइम कंट्रोल करना पहला मकसद होना चाहिए। जबकि आम नागरिक से और फरियाद लेकर आने वाले पीड़ित से पुलिस बेहद शालीनता से पेश आए। यह भी उसकी जिम्मेदारी है। मित्र पुलिस कार्यशैली में भी दिखनी चाहिए। उन्होंने अपराध बढ़ने वाले थाना क्षेत्रों के प्रभारियों को भी विशेष दिशा निर्देश दिए। उन्हें हर हाल में वारदातों पर लगाम लगाने को कहा। साथ ही मामलों की मानिटीरिंग के लिए क्षेत्राधिकारियों को निर्देशित किया। साथ ही उन्होंने कहा कि वे खुद भी गंभीर मामलों की मॉनिट¨रग करेंगे।उन्होंने पुलिस कार्यशैली में बदलाव की भी बात कही। कहा कि पीड़ित और फरियादी बड़ी आशा लेकर अफसरों की चौखट पर आता है। उसकी व्यथा पर सच्चे मन से कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसे कार्यों में किसी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अपराधों पर तत्काल लगाम लगनी चाहिए।
विशेषकर चोरी,हत्या,महिलाओं से छेड़छाड़,बलात्कार, डकैती,हीरे के अवैध उत्खनन एवं नक्सली घटनाओं पर विशेष ध्यान रखें। इसके लिए वह पूरी तरह से सजग रहे और इस तरह की कोई घटनाएं अगर सामने आती है तो तत्काल कार्रवाई करे। सट्टा, जुआ जैसी सामाजिक बुराइयां पर तत्काल लगाम कसे। इस तरह की कोई शिकायत उनके जिला के अंदर से आती है तो वह स्वयं संबंधित थानों के खिलाफ कार्यवाही करेंगी। नवनियुक्त पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर की प्रथम बैठक में पूरी तौर पर संजीदगी एवं गरिमा पूर्ण माहौल बना हुआ था। हर थाना प्रभारी अपनी जिम्मेदारियों को लेकर जवाबदारी लेने की बात कह रहे थे। इस अवसर पर विशेष रूप से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुखनंदन सिंह राठौर एवं संतोष महतो उपस्थित रहे।