ग्रैंड न्यूज़ डेस्क। मीराबाई चानू ने शनिवार को महिलाओं की 49 किग्रा भारोत्तोलन स्पर्धा में भारत के लिए टोक्यो ओलंपिक का पहला रजत पदक जीतकर इतिहास रच दिया। इतिहास रचने के बाद मीराबाई चानू ने कहा कि मैंने काफी समय से पिज्जा नहीं खाया है और मैं सबसे पहले पिज्जा खाउंगी और बहुत सारे खाउंगी। इसके बाद डोमिनोज इंडिया ने चानू के लिए बड़ा ऐलान कर दिया।
डोमिनोज इंडिया ने किया बड़ा एलान
‘सबसे पहले, मैं जाऊंगी और पिज्जा खाऊंगी। इसे खाए हुए काफी समय हो गया है। मैं आज बहुत खाऊंगी।’ इस पर डोमिनोज इंडिया ने उन्हें जीवन भर के लिए मुफ्त पिज्जा देने का ऐलान कर दिया। डोमिनोज इंडिया ने सोशल मीडिया पर कहा, ‘आपने कहा, और हमने सुन लिया’। हम कभी नहीं चाहते कि मीराबाई चानू फिर से खाने के लिए रुके इसलिए हम उसे जीवन भर के लिए फ्री डोमिनोज पिज्जा दे रहे हैं!
इस प्रकार चानू ओलंपिक भारोत्तोलन पदक जीतने वाली कर्णम मल्लेश्वरी के बाद दूसरी भारतीय महिला भारोत्तोलक बन गईं। चानू ने कुल 202 किग्रा – स्नैच में 87 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 115 किग्रा भार उठाकर रजत पदक अपने नाम किया। उन्होंने स्नैच श्रेणी में अपने पहले दो प्रयासों में सफलतापूर्वक 84 किग्रा और 87 किग्रा भार उठाया, लेकिन अपने फाइनल में असफल रही जिसमें उसने 89 किग्रा का लक्ष्य रखा। क्लीन एंड जर्क सेक्शन में भी इसी तरह की कहानी सामने आई, जिसमें उसने पहले दो प्रयासों में 110 किग्रा और 115 किग्रा भार उठाया। हालाँकि, अपने फाइनल में, वह 117 किग्रा नहीं उठा सकी, लेकिन तब तक उन्होंने रजत पक्का कर लिया था।
एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में चानू ने कहा, ‘मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता कि मैं कितना खुश हूं। मुझे बहुत गर्व महसूस हो रहा है, यह भारोत्तोलन में हमारा दूसरा पदक है। मैं महासंघ, मेरे कोच, परिवार और सभी समर्थन प्रणाली को धन्यवाद देना चाहता हूं।