रायपुर। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और विधायक बृहस्पति सिंह का मामला आज विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन सदन में जोरदार तरीके से गूंजा। विपक्ष ने सदन की कार्रवाई रोककर जांच समिति तय किए जाने और चर्चा कराए जाने की मांग आसंदी से की। इस मामले पर संसदीय कार्यमंत्री रविन्द्र चौबे अपनी बात रखने के लिए खड़े जरुर हुए, पर विपक्ष के हंगामे के चलते उन्हें कोई भी बात कहने का मौका नहीं मिला।
सदन की कमेटी से जांच की मांग
विदित है कि कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह के काफिले पर हमला हुआ है। इस हमले में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के रिश्तेदार की भूमिका उजागर हो चुकी है, उसके बाद कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह ने हत्या की साजिश का सीधा आरोप स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव पर मढ़ दिया है। इतना ही नहीं, विधायक ने इस मामले को लेकर राहुल गांधी से शिकायत की बात कही है। लिहाजा विपक्ष इस मुद्दे को लेकर जहां विधायक पर हमले की जांच के लिए सदन की कमेटी की मांग कर रहा है, वहीं प्रदेश में सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े हो गए हैं।
जोरदार हंगामा, रोकनी पड़ी कार्रवाई
इस मामले को लेकर विपक्षी दल भाजपा ने आज विधानसभा के मानसून सत्र के पहले ही दिन हंगामा शुरू कर दिया। विधानसभा अध्यक्ष ने सत्ता पक्ष को बात रखने कहा, जिस पर संसदीय कार्यमंत्री चौबे ने बात रखने का प्रयास किया, पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के चलते वे अपनी बात शुरु भी नहीं कर पाए। भाजपा सदस्यों ने इस मामले को लेकर सदन के भीतर जोरदार हंगामा किया, जिसके चलते सदन की कार्रवाई 5 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।