रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन सदन में विपक्षी सदस्य अजय चंद्राकर ने सरकार से आबकारी से कमाई, विशेष कोरोना शुल्क के खर्च को लेकर सवाल खड़ा किया। इसका जवाब आबकारी मंत्री कवासी लखमा को प्रस्तुत करना था, जिसे उनकी जगह पर मंत्री अकबर ने प्रस्तुत किया और बताया कि आबकारी शुल्क अधिरोपित करने के बाद उससे प्राप्त लाभ में से 36 करोड़ रुपए आत्मानंद इंग्लिश स्कूल में खर्च किए हैं।
विपक्षी सदस्य अजय चंद्राकर ने अपने सवाल पर जोर देते हुए पूछा कि आबकारी विभाग ने 10 रुपए से 10 प्रतिशत तक शराब पर कर अधिरोपित किया गया। इससे प्रदेश में जिलेवार कितनी कमाई सरकार ने की और इसका उपयोग किन मदों में किन विभागों में किया गया। इसके साथ ही यह भी पूछा गया कि विशेष कोरोना मद से कितनी राशि सरकार को प्राप्त हुई और इन दोनों मद से प्राप्त राशियों का उपयोग किन मदों में किया गया।
इस पर मंत्री अकबर ने बताया कि आबकारी विभाग द्वारा अधिरोपित शुल्क से प्राप्त राशि की जानकारी पूरी प्राप्त हो चुकी है, लेकिन इससे प्राप्त राशि का उपयोग कोरोना के लिए नहीं किया गया है। मंत्री अकबर ने यह भी बताया कि स्वास्थ्य विभाग को आबकारी विभाग की राशि का स्थानांतरण नहीं किया गया।
प्रतिप्रश्न पर मोहम्मद अकबर ने सदन को बताया कि आबकारी शुल्क से प्राप्त राशि के कुछ हिस्सों का उपयोग स्वामी आत्मानंद इंग्लिश स्कूल के उन्नयन में खर्च किया गया है। कुल राशि 36 करोड़ रुपए है। मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए सदन से वॉक आउट कर दिया।