रायपुर। राज्य बनने के बाद पाँचवी विधानसभा के कार्यवाही काल में यह पहला मौक़ा है जबकि संशोधन विधेयक पर मत विभाजन की स्थिति आ गई।
चंदूलाल मेडिकल कॉलेज अधिग्रहण विधेयक पर चर्चा के दौरान संशोधन प्रस्ताव भाजपा के वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने दिया। जिसमें यह माँग थी कि, अभी मौजुद कर्मचारियों को अधिग्रहण के बाद भी रखा जाए और देनदारियों को सरकार दे। सरकार की ओर से इस संशोधन प्रस्ताव को नामंज़ूर किया गया। ध्वनिमत के बाद विपक्ष ने डिवीजन की माँग कर दी।
अब से कुछ ही देर में छत्तीसगढ़ विधानसभा इस मसले पर मत विभाजन के ज़रिए यह तय हुआ कि संशोधन प्रस्ताव मंज़ूर हुआ या नामंज़ूर।
संशोधन प्रस्ताव के पक्ष में सोलह मत जबकि विपक्ष में 56 मत पड़े, जिसके बाद संशोधन प्रस्ताव ख़ारिज हो गया।