सदनों के भीतर नेताओं के बीच छींटाकशी बेहद आम बात है। पक्ष—विपक्ष के बीच अक्सर इस तरह की चर्चाए होती हैं कि सदन कभी गरमा जाता है, तो कई मामलों में ठहाकों की गूंज भी सुनाई पड़ती है।
आज छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र का चौथा दिन है। पांच दिनों तक चलने वाले मानसून सत्र का कल विधिवत अवसान होना है। शुरू के तीन दिन काफी हंगामेदार रहा, तो दो दिन विधायक पर हमला और मंत्री पर आरोप की वजह से बाधित रहा।
आज सदन की कार्रवाई शुरू हुई। प्रश्नकाल के बाद शून्यकाल में जब चर्चाओं का दौर चला, उस दौरान स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव किसी विषय को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पास चले। इस बीच विपक्ष ने यह कहते हुए चुटकी ली कि ‘जय—बीरू एक हो गए क्या’?
इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मंत्री सिंहदेव मुस्कुराने लगे, तभी अजय चंद्राकर ने टिप्पणी की –
”वो सिक्का जिसके दोनों ओर एक ही निशान था.. वो आपके पास है”
सदन में हँसी गुंजती रही तभी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा-
”हम लोग तो ठीक हैं, पर ये बताओ आप.. गब्बर सांबा और कालिया कौन है”
इस बार झटका विपक्षी दल भाजपा को लगा, लेकिन माहौल खुशनुमा था, जिसकी वजह से सदन ठहाकों से गूंज गया।