जैसा कि पहले ही संभावना व्यक्त कर दी गई थी कि कोरोना की तीसरी लहर का हमला अगस्त के पहले होगा और सितंबर तक चरम पर पहुंच जाएगा। केरल में बीते तीन दिनों से संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, तो कर्नाटका और तमिलनाडू में परिस्थितियां बिगड़ती जा रही हैं। यह तीसरी लहर की संभावनाओं को पुष्ट कर रही हैं।
इन तीन राज्यों के अलावा महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तरप्रदेश और गुजरात में भी संक्रमण की रफ्तार गति पकड़ने लगी है। हालात को देखते हुए और दूसरी लहर के अनुभव के आधार पर इस बार पहले से ही लॉक डाउन पर विचार शुरू हो गया है, जिसकी वजह से देश के 8 राज्यों में जहां सख्त पाबंदियां लगा दी गई हैं, तो 23 राज्यों में आंशिक लॉक डाउन के हालात हैं।
8 राज्यों में लॉकडाउन जैसी पाबंदियां
देश के 8 राज्यों में पूर्ण लॉकडाउन जैसी पाबंदियां हैं। इनमें पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, तमिलनाडु, मिजोरम, गोवा और पुडुचेरी शामिल हैं। यहां पिछले लॉकडाउन जैसे ही कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं।
23 प्रदेशों में आंशिक लॉकडाउन
देश के 23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में आंशिक लॉकडाउन है। यहां पाबंदियों के साथ छूट भी है। इनमें छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, बिहार, दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, मेघालय, नगालैंड, असम, मणिपुर, त्रिपुरा, आंध्र प्रदेश और गुजरात शामिल हैं।