रायपुर। राज्यपाल अनुसुईया उइके आज छत्तीसगढ़ विधानसभा के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी प्रेक्षागृह में आयोजित ’’उत्कृष्टता अलंकरण समारोह’’ में शामिल हुईं। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मंत्री, संसदीय सचिव एवं विधायकगण उपस्थित थे। राज्यपाल उइके ने कहा कि जो जनप्रतिनिधि संसदीय प्रणाली में ईमानदारी और कर्त्तव्य निष्ठा के साथ कार्य करते हैं और जनहित के प्रति समर्पित रहते हैं, उन्हें उसका प्रतिफल अवश्य मिलता है। उन्होंने कहा कि विधानसभा, नीति निर्धारण करने वाली सर्वोच्च संस्था होती है। यह एक ऐसा पवित्र स्थल है, जहां से प्रदेश के भविष्य का रास्ता तय होता है। इसके माध्यम से निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को जनता की सेवा करने का अवसर मिलता है। राज्यपाल ने समारोह में पुरस्कृत उत्कृष्ट विधायकों, उत्कृष्ट संसदीय पत्रकारों एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रिपोर्टर को शुभकामनाएं दी।
राज्यपाल ने कहा कि आज इस समारोह में शामिल होकर मुझे पुराने दिनों की याद ताजा हो गई। जब मैं मध्यप्रदेश विधानसभा में विधायक थी तो मुझे तत्कालीन राज्यपाल बलराम जाखड़ ने जागरूक विधायक के सम्मान से पुरस्कृत किया था। मुझे उस समय प्रदेश के वरिष्ठ राजनेताओं के साथ काम करने का अवसर प्राप्त हुआ। उन सभी के मार्गदर्शन और सीख की बदौलत आज मुझे विभिन्न दायित्वों के साथ छत्तीसगढ़ के राज्यपाल बनने का अवसर प्राप्त हुआ।
राज्यपाल उइके ने कहा कि यह प्रसन्नता की बात है कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में 02 एवं 03 अक्टूबर 2019 को विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र आयोजित किया गया, जो कि सराहनीय है। कोरोना काल के दौरान भी विधानसभा के संक्षिप्त सत्र आयोजित किए गए। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सत्ता पक्ष के साथ विपक्ष की भी प्रमूख भूमिका होती है। राज्य की प्रगति और विकास के संदर्भ में दोनों का दृष्टिकोण एक होना चाहिए। आपसी समझ और परस्पर विश्वास की नींव पर ही, जनकल्याण का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। हमारी विधानसभा में सभी पक्षों में बड़ी सार्थक चर्चा होती है और समन्वय के साथ कार्य होता है। यह बात विधानसभा के इस सत्र में भी दिखाई दी। इसके लिए मैं विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष को बधाई देती हूं, जिन्होंने प्रदेश के ज्वलंत मुद्दों को सामंजस्य के साथ समाधान किया।
राज्यपाल ने कहा कि मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ माना जाता है। मीडिया, विधायिका-कार्यपालिका के मध्य सेतु का कार्य करता है। यह नागरिकों की समस्याओं से दोनों स्तंभों को रूबरू कराता है और आम जनता को भी शासन की जनकल्याणकारी नीतियों की जानकारी देता है। छत्तीसगढ़ में, मीडिया ने अपने विविध रूपों के माध्यम से न केवल आम जनता को जागरूक और शिक्षित किया है, बल्कि राज्य के विकास में अहम भूमिका भी निभाई है।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि आज पुरस्कृत हुए सभी विधायक एवं पत्रकार बंधु समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उन्होंने कहा कि सारे सम्मानित लोग अपने परिवार के कुल दीपक हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इसी प्रकार वे अपने कुल, प्रदेश और देश का नाम रोशन करते रहेंगे। श्री महंत ने राज्यपाल को दो वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी और कहा कि उन्होंने तत्कालीन मध्यप्रदेश विधानसभा के कार्यकाल की यादें ताजा कर दीं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उत्कृष्ट विधायकों एवं पत्रकारों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि एक विधायक के लिए निर्वाचित होना तथा निर्वाचन के पश्चात विधानसभा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करना और उस प्रदर्शन को निरंतर बनाए रखना एक चुनौती है। एक विधायक अपने क्षेत्र की समस्याओं और जनहित के मुद्दों को विधानसभा में रखता है और उनका समाधान भी होता है। इसलिए एक विधायक के लिए संसदीय जीवन में उत्कृष्ट विधायक का पुरस्कार पाना एक बड़ी उपलब्धि होती है। हम विधानसभा की कार्यवाही में जो हिस्सा लेते हैं, तार्किंक ढंग से अपनी बातें रखते हैं उसे देश-प्रदेश की जनता के मध्य ले जाना का कार्य मीडिया करती है। इस दौरान पत्रकारों को समय, गुणवत्ता, संतुलन बनाए रखने की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। उनके लिए भी उत्कृष्ट पत्रकारिता का पुरस्कार पाना एक उपलब्धि है। इन समस्त लोगों को जो पुरस्कार मिला है, उनकी मेहनत का परिणाम है।
अलंकरण समारोह में वर्ष 2019 के लिए उत्कृष्ट विधायक की श्रेणी में अरूण वोरा एवं सौरभ सिंह, उत्कृष्ट पत्रकार श्रेणी में सुरेन्द्र शुक्ला, मोहन तिवारी, कैमरामेन दीपक साहू, वर्ष 2020 के लिए उत्कृष्ट विधायक श्रेणी में कुलदीप जुनेजा और विधायक नारायण चंदेल, उत्कृष्ट पत्रकार श्रेणी में स्वर्गीय राजादास, आर.के. गांधी, कैमरामेन दिलीप कुमार सिन्हा को सम्मानित किया गया। स्वर्गीय राजादास की पत्नि ने यह सम्मान ग्रहण किया। कार्यक्रम में राज्यपाल, मुख्यमंत्री सहित सभी अतिथियों ने वरिष्ठ पत्रकार स्वर्गीय राजादास को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।
कार्यक्रम को नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने भी संबोधित किया। संसदीय कार्य मंत्री रविन्द्र चौबे ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में राज्यपाल को प्रतीक चिन्ह प्रदान करते हुए उनके दो वर्ष के कार्यकाल पूर्ण करने पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी गई। इस अवसर पर सांसद ज्योत्सना महंत, विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज कुमार मंडावी, मंत्रीगण, संसदीय सचिवगण, विधायकगण, विधानसभा के प्रमुख सचिव चन्द्रशेखर गंगराड़े एवं मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित थे।