राजस्थान की एकमात्र लेडी डॉन अनुराधा दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आ चुकी हैं। दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने उसे कुख्यात गैंगस्टर काला जठेड़ी के साथ गिरफ्तार कर लिया है। जठेड़ी के साथ वह 9 महीने से लिव इन में रहकर पूरी गैंग को ऑपरेट कर रही थी। जठेड़ी पर हरियाणा पुलिस ने सात लाख का ईनाम घोषित कर रखा है। लेकिन इससे पहले लेडी डॉन अनुराधा चौधरी राजस्थान के कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल से जुड़ी थी। कई डिग्रियां ले चुकी अनुराधा को आनंदपाल ने शॉर्प शूटर बनाया था। वह अपहरण करने में माहिर थी। आनंदपाल को पुलिस कस्टडी में छुड़ाने में भी उसकी भूमिका सामने आई थी। आंनदपाल के एनकाउंटर के बाद ये राजस्थान में अपना खौफ बरकरार रखना चाहती थी। इसके लिए सबसे कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस की मदद ली। लॉरेंस ने ही अनुराधा को काला जठेड़ी से मिलवाया था। कुछ ही महीनों में अनुराधा जठेड़ी की पूरी गैंग को ऑपरेट करने लगी और दिल्ली में बैठे राजस्थान में अपने नेटवर्क को चलाती थी। कालू जठेड़ी दिल्ली का कुख्यात बदमाश है।
इधर, अनुराध के राजस्थान की कुख्यात लेडी डॉन बनने की कहानी अलग ही है। शेयर मार्केट के बिजनेस से उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा। वह गैंगस्टर आनंदपाल की मदद से लेडी डॉन बनी। उसी ने अनुराधा को शॉर्प शूटर बनाया। बताया जाता है कि वह AK47 चलाने में जबदरदस्त माहिर थी। इसके अलावा किडनैपिंग के मामले में मास्टर माइंड। वारदात के दौरान किसी को भनक तक नहीं लगती उसने कब और कैसे किडनैप किया। राजस्थान में भी उसके खिलाफ हत्या और अपहरण के 12 से ज्यादा मामले दर्ज है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार इनमें सबसे अधिक मामले अपहरण के हैं।
सीकर की रहने वाली, कम्प्यूटर एप्लीकेशन में ग्रेजुएट किया
सीकर की रहने वाली अनुराधा के घर का नाम मिंटू है। मां के बचपन में ही गुजरने के बाद मिंटू के सिर पर सिर्फ पिता का ही साया बचा था। आर्थिक हालत कमजोर होने के चलते पिता कमाने के लिए बाहर चले गए। अनुराधा पढ़ाई में तेज थी। उसने बीसीए जैसी प्रॉफेशनल डिग्री ली थी, लेकिन नॉर्मल जॉब उसका एंबिशन नहीं था। शादी के बाद अनुराधा और उसके पति फैलिक्स दीपक मिन्ज ने सीकर में शेयर ट्रेडिंग का काम शुरू किया था। दोनों ने मिलकर लोगों के लाखों रुपए ट्रेडिंग में लगवा दिए। अचानक उसका धंधा चौपट हुआ और करोड़ों के कर्ज में डूब गई। कर्ज खत्म करने के लिए उसने जुर्म का रास्ता चुना। उसने अपने पति को भी छोड़ दिया।
बानूड़ा के जरिए आनंदपाल के संपर्क में आई
बिजनेस में हुए नुकसान के बाद कर्जदारों को पैसा वापस लौटाने का दबाव बना तो वो हिस्ट्रीशीटर बलबीर बानूड़ा के जरिए कुख्यात अपराधी आनंदपाल सिंह के संपर्क में आ गई। बताते हैं कि आनंदपाल के ठेठ पहनावे को अनुराधा ने ही बदला था। यहां तक की उसे अंग्रेजी बोलना भी सिखाया और इसी के बदले आनंदपाल ने अनुराधा को AK47 चलाना सिखाया और उसे शॉर्प शूटर बनाया।
आनंदपाल एनकाउंटर के बाद लॉरेंस की मदद से जुड़ी जठेड़ी से
लेडी डॉन अनुराधा देशभर में खौफ और दहशत का पर्याय बने राजस्थान के कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल की गर्लफ्रेंड थी। ये लंबे समय से राजस्थान पुलिस की गिरफ्त से फरार थी। फरारी के दौरान लॉरेंस विश्नोई की मदद से अनुराधा की मुलाकात काला जठेड़ी से हुई। इसके बाद वह उसकी पूरी गैंग को ऑपरेट करने लगी। अवैध हथियार की हेराफेरी में आनंदपाल का सहयोग करती थी। अनुराधा पर लूट, किडनैपिंग, रंगदारी मांगने समेत कई गंभीर अपराध दर्ज हैं।
राजस्थान के बाद दिल्ली-एनसीआर की सबसे कुख्यात गैंग को करती ऑपरेट
कुख्यात गैंगस्टर काला जठेड़ी पर सात लाख रुपए का इनाम है। दिल्ली के साथ-साथ जठेड़ी पर पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में भी कई मामले दर्ज हैं। लॉरेंस इसी गैंग का मुखिया भी माना जाता है। लॉरेंस ने ही अनुराधा को काला जठेड़ी से मिलाया था। इसके बाद जठेड़ी का अनुराधा पर इतना भरोसा बढ़ गया कि उसकी पूरी गैंग को वहीं ऑपरेट करती थी। लॉरेंस बिश्नोई गिरोह को पहले थाईलैंड से राजू बसौदी चला रहा था। हरियाणा एसटीएफ ने उसे वहां से डिपोर्ट कर गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले बिश्नोई भी पुलिस की गिरफ्त में आ चुका था। इसके बाद से बिश्नोई गैंग को काला जठेड़ी ही ऑपरेट कर रहा था। बिश्नोई गिरोह रंगदारी, फिरौती, लूट और हत्या की वारदातों को अंजाम देता है।