छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से सटे ट्वीन सिटी दुर्ग—भिलाई में नशे का कारोबार चरम पर है। यह पहली बार नहीं है, जब इस तरह की झुंझलाने वाली खबर सामने आ रही हो। इससे पहले भी दुर्ग पुलिस जब—जब दबिश देने निकली है, उन्हें सफलताएं ही मिली है। लेकिन दुखद यह है कि ना तो नशे के कारोबार पर नकेल डल पाया और ना ही नशेड़ियों की तादाद कम हुई।
ताजा जानकारी के मुताबिक दुर्ग में शनिवार देर रात हुक्काबारों में फिर कार्रवाई की गई है। 20 से ज्यादा होटल, रेस्टोरेंट्स और कैफे में पुलिस ने दबिश दी। तंबाकू प्रतिषेध नियम के उल्लंघन करने पर ये कार्रवाई की गई है।
पुलिस की ये कार्रवाई भिलाई और दुर्ग स्थित कई कैफे और रेस्टोरेंट्स में चली है। कार्रवाई से होटल संचालकों में हड़कंप मचा रहा है। पुलिस के इस एक्शन के दौरान कई युवा कश लगाते कैमरे में कैद हो गए।
सख्त कानून का अभाव
कार्रवाई तो बड़े स्तर की होती है, लेकिन परमिशन भी कानूनी होता है, जिसकी वजह से इस तरह के मामलों में सख्ती नहीं बरती जा सकती। अभियान केवल नाबालिगों तक सीमित रह जाता है, जिसकी वजह से बालिग हो चुके लोगों को इस बात का फर्क नहीं पड़ता और दुकानदारी जस की तस रहती है।
नशे की लत में युवा
माना जाता है कि नाबालिग रहते हुए नशे की लत एक बार लग जाए, तो फिर आजीवन नहीं छूटती। विरले ही ऐसे लोग होते हैं, जिन्हें जिंदगी समझ आती है और वे जंजाल से बाहर आ जाते हैं, पर ज्यादातर युवा नशे की लत में धंस जाते हैं।