रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से दुर्ग जिले के पाटन विधानसभा क्षेत्र में संचालित 7 स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में अधोसंरचना विस्तार के तहत स्वीकृत 7 करोड़ 25 लाख 66 हजार रूपए की लागत वाले कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री बघेल ने इस मौके पर दुर्ग जिले के सभी सोलह स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूलों में 2 अगस्त से अध्ययन-अध्यापन के लिए कक्षाएं शुरू होने पर बच्चों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कोरोना के कारण बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में भी बहुत बाधा आई। कोरोना काल के दौरान बच्चों ने धैर्य के साथ ऑनलाइन अपनी पढ़ाई जारी रखी। मुख्यमंत्री ने कोरोना काल में पढ़ाई-लिखाई को लेकर स्कूली बच्चों के धैर्य, समझदारी व सहनशीलता की भी प्रशंसा की।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हमारी सावधानी के कारण ही कोरोना संक्रमण की रोकथाम में जीत मिली है। कोरोना संकट अभी खत्म नहीं हुआ है, आगे भी बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है। उन्होंने पाटन क्षेत्र में 7 स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूलों में नवप्रवेशित बच्चों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस क्षेत्र में बीते वर्ष तीन अंग्रेजी माध्यम स्कूल शुरू किए गए थे। इस सत्र से चार नए और अंग्रेजी स्कूल प्रारंभ किए जा रहे। इससे बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा अध्ययन की बेहतर सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में 172 अंग्रेजी स्कूल शुरू किए जा रहे हैं। इन स्कूलों में अच्छी से अच्छी शिक्षा के साथ बच्चों को बेहतर सुविधाएं दी जा रही है। स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल की गुणवत्ता को देखते हुए इन स्कूलों में निजी स्कूलों के बच्चे भी पढ़ना चाहते हैं। दुर्ग जिले में 7 हजार 878 बच्चों ने स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूलों में प्रवेश लिया है। स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल का मुख्य उद्देश्य गरीब से गरीब परिवार के बच्चों को भी अच्छी शिक्षा का अवसर उपलब्ध कराना है। हमारा लक्ष्य छात्रों के सम्पूर्ण व्यक्तित्व का निर्माण करना है। यही बच्चे भविष्य के नवा छत्तीसगढ़ के नागरिक बनेंगे और अपने राज्य को नई ऊंचाईयों पर ले जाएंगे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पाटन क्षेत्र के सभी 7 अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के बच्चों से चर्चा की। पाटन के स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल के छात्र निशांत ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का आभार जताते हुए कहा कि आपके प्रयासों से हम जैसे बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा हासिल करने का स्वर्णिम अवसर शुलभ हुआ है। निशांत ने कहा कि पढ़-लिखकर उसकी इच्छा स्कैच आर्टिस्ट बनने की है। सेलूद की छात्र शाईनी ने कहा कि आपने अंग्रेजी माध्यम स्कूल शुरू कर के उन बच्चों के लिए भी बेहतरीन शिक्षा की व्यवस्था सुनिश्चित कर दी है, जो आर्थिक अभाव के चलते निजी अंग्रेजी स्कूलों में शिक्षा अध्ययन के लिए सक्षम नहीं थे। जामगांव आर के छात्र रामांशु साहू ने कहा कि अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा-अध्ययन का अवसर हम सबके लिए एक बड़ी उपलब्धि है। छात्रा आरोही वर्मा ने कहा कि वह डॉक्टर बनना चाहती है। अंग्रेजी स्कूल में दाखिला होने से आगे की पढ़ाई की राह आसान हो गई है। पाटन स्कूल के पालक समिति के धर्मेन्द्र सिन्हा ने मुख्यमंत्री को पाटन क्षेत्र के पालकों, शाला प्रबंधन समिति, पालक समिति की ओर से मुख्यमंत्री का धन्यवाद ज्ञापित किया और शिक्षा के क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए नवप्रयोग की सराहना की और कहा कि राज्य को इसका फायदा मिलेगा। खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के सदस्य हेमन्त देवांगन, शिक्षिका चंद्रिका उदय, पालक कमलेश मिश्रा ने भी राज्य में अंग्रेजी माध्यम की निःशुल्क शिक्षा व्यवस्था के भागीरथ प्रयास के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार जताया।
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने कार्यक्रम के प्रारंभ में प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए अंग्रेजी माध्यम स्कूलों की व्यवस्था की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पाटन क्षेत्र के 7 अंग्रेजी स्कूलों में 2880 सीटों में से अब तक 2809 सीटों पर बच्चों का दाखिला हो चुका है। इन स्कूलों में 157 शिक्षिकों की नियुक्ति की गई है। इन स्कूलों में कुम्हारी, जंजगिरी, पाटन, सेलूद, रानीतरई, जामगांव एम एवं जामगांव आर शामिल हैं। इस अवसर पर आशिष वर्मा, नगर पंचायत अध्यक्ष भुपेन्द्र कश्यप एवं अन्य जनप्रतिनिधि सहित पालकगण एवं स्कूली बच्चे उपस्थित थे।