पटना। बिहार की एक पुलिस अधिकारी के पति ने आईपीएस की वर्दी पहन कर पत्नी के साथ फोटो खिंचवाई जो सोशल मीडिया में वायरल हो गया है। सोशल मीडिया में फोटो वायरल होने के बाद किसी ने इसकी शिकायत पीएमओ से कर दी। शिकायत मिलने के बाद पीएमओ ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। अब आप सोंच रहे होंगे कि आखिर मामला क्या है? आईपीएस की वर्दी पहनने पर हड़कंप क्यों मच गया? तो अब हम आपको पूरा मामला बताते हैं। वाक्या भागलपुर जिले के कहलगांव का है जहां कि एसडीपीओ रेशू कृष्णा को अपने पति को आईपीएस की वर्दी पहना भारी पड़ गया है। दरअसल उनके पति पुलिस में नहीं हैं, बावजूद इसके उन्होंने अपने पति को आईपीएस की वर्दी पहना दी।
बता दें कि मामला इसलिए उलझ गया क्योंकि सैन्य और पुलिस पोशाकों को आम आदमी को पहनने पर पाबंदी है। इससे जुड़े तमाम नियम व कानून प्रावधान सशस्त्र बल अधिनियम, आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (आइपीसी) में भी हैं। आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम की धारा छह में इस पर प्रतिबंध है।
रिपोर्ट के मुताबिक इसकी शिकायत किसी ने सीधे पीएमओ में कर दी। शिकायत में कहा गया कि एसडीपीओ रेशू कृष्णा के पति कुछ भी काम नहीं करते हैं तो उन्होंने आईपीएस की वर्दी कैसे पहनी है? पत्र में कहा गया कि रेशू कृष्णा कहती हैं कि उनके पति आइपीएस हैं और पीएमओ में तैनात हैं। पीएमओ ने मामले को बिहार पुलिस मुख्यालय को भेज दिया जिसके बाद हड़कंप मच गया।
सूत्रों के अनुसार भागलपुर के एसएसपी निताशा गुड़िया ने पूरे मामले की जांच कर पुलिस मुख्यालय को रिपोर्ट भी भेज दी है। माना जा रहा है कि उस जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस मुख्यालय कहलगांव एसडीपीओ पर कानून कार्रवाई कर सकता है। इस मामले के शुरू होने के बाद एसडीपीओ और उनके पति ने अपने-अपने सोशल मीडिया एकाउंट से आईपीएस वर्दी पहने फोटो को हटा दिया।
कहलगांव की एसडीपीओ रेशू कृष्णा पटना की निवासी हैं। रेशू ने बीपीएससी परीक्षा में 13वीं रैंक हासिल की थी। भोजपुर जिले में अपनी तैनाती के दौरान कई कांडों का सफलतापूर्वक पर्दाफाश कर सुर्खियों में आई थीं। इसके बाद महिला बटालियन में तैनात हुई। फिर कहलगांव में एसडीपीओ के रूप में तैनाती हुईं।