नैनीताल। नैनीताल जिले के हल्द्वानी शहर में पुलिस व एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल ने देह व्यापार में शीशमहल स्थित जंगल लग्जरी स्पा सेंटर को सील कर दिया है। छापेमारी के दौरान यहां एक युवक और युवती आपत्तिजनक स्थिति में मिले। पकड़ी गई 9 युवतियां यूपी, मिजोरम, मणिपुर, पश्चिमी बंगाल और दिल्ली की रहने वाली हैं। स्पा सेंटर चलाने वाली दो महिलाएं फरार हैं, उनकी तलाश जारी है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में स्पा सेंटर का मालिक भी है।
सीओ शांतनु पाराशर ने बताया कि सूचना मिली थी कि हाइडिल गेट स्थित जंगल लक्जरी स्पा सेंटर से देह व्यापार संचालित हो रहा है। सीओ ने एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल की यूनिट को साथ लेकर स्पा सेंटर में छापा मार दिया। इस दौरान स्थानीय नागरिक वीरेंद्र और मनु रौतेला भी मौजूद थे। पुलिस ने अंदर एक युवक को आपत्तिनजक हालत में एक कमरे से पकड़ लिया। अचानक हुए छापे से सेंटर में हड़कंप मच गया। पकड़ा गया युवक आशीष उनियाल काठगोदाम क्षेत्र में रहता है लेकिन मूलरूप से न्यू टिहरी का रहने वाला है। आशीष एक निजी कंपनी में काम करता है। पुलिस ने सेंटर प्रबंधक पश्चिम बंगाल के वरुणपारा वारूईपुरा नदिया निवासी प्रबंधक को भी गिरफ्तार किया है। काठगोदाम पुलिस ने एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल की प्रभारी की तहरीर पर धारा 3,4,5,6,8 इंमोरल ट्रैफिकिंग एक्ट 1942 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस दिल्ली की रहने वाली संचालिका सुमन और स्वाति वर्मा की तलाश कर रही है।
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पैसा रोकने के कारण लड़कियां ठहरी थी
पकड़ी गई युवतियों का कहना था कि वे अपने घर जाना चाहती थी लेकिन संचालिका ने उनका पैसा रोक रखा था। इसी कारण सभी ठहरी हुई थीं। मणिपुर की युवती को हिंदी नहीं आती है। इसी कारण वह अंग्रेजी में बात कर रही थी। महिला पुलिस की पूछताछ के बाद सीओ के निर्देश पर सभी लड़कियों को मुखानी स्थित वन स्टॉप सेंटर में भेज दिया गया।
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ऐसे चलता था देह व्यापार का धंधा
कोई ग्राहक आने के बाद स्पा सेंटर का प्रबंधक तापस रिसेप्शन से माइक पर आवाज देकर एक लड़की को बुलाता था और आदेश देता था कि फलॉ कमरे में चली जाओ। आवाज सुनते ही लड़की आदेश का पालन करती थी। एक लड़की प्रतिदिन तीन सर्विस देती थी। पुलिस का कहना है कि पश्चिम बंगाल का मूल निवासी स्पा सेंटर का प्रबंधक तापस पहले झाड़ू पोंछा लगाता था लेकिन संचालिका ने उसे प्रबंधक बना दिया।
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प्रतिदिन 50 हजार की थी कमाई
पुलिस ने स्पा सेंटर के रजिस्टरों को भी कब्जे में ले लिया है। छानबीन से पता चला कि सेंटर से प्रतिदिन करीब 50 हजार की कमाई होती थी। किसी ग्राहक का नाम पता नोट नहीं किया जाता था।
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छोटे से कमरे में रखी गई थी लड़कियां
स्पा सेंटर में मसाज करने वाली लड़कियों को एक बेहद छोटे कमरे में रखा गया था. पुलिस के अनुसार इनके लिए किसी भी तरह की व्यवस्था नहीं की गई थी. सभी युवतियां काफी खराब हालात में रह रहीं थीं. वहीं स्पा सेंटर में आने वाले कस्टमरों के लिए अलग-अलग केबिन बने हुए थे. इन केबिनों में सभी तरह की सुविधाएं थीं. वहीं पुलिस को इन केबिनों में से आपत्तिजनक सामान के साथ ही कुछ अश्लील साहित्या भी मिला है. वहीं पुलिस ने बताया कि स्पा सेंटर में कौन आ रहा था और कौन जा रहा था, इसका भी कोई रिकॉर्ड नहीं रखा जा रहा था।
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ग्राहक के पसंद करने पर ही बेसमेंट से निकाली जाती थी लड़कियां
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार मैनेजर के मोबाइल की जांच की गई तो उसमें लड़कियों की बुकिंग के मैसेज मिले। ग्राहक, मैनेजर को मैसेज करते थे, वह उन्हें फोटो दिखाता था। इसके बाद रेट तय होते थे। 1500 रुपये से मैनेजर लड़कियों की बुकिंग की शुरुआत करता था, इससे ऊपर को दाम लगते थे। बेसमेंट में कैद लड़कियों को ग्राहक के पसंद करने पर ही बाहर निकाला जाता था। अधिकतर लड़कियों को नौकरी के बहाने बुलाकर उनसे देह व्यापार कराया जा रहा था। एक लड़की ने बताया कि संचालिका ने उसे जान से मारने की धमकी दी थी। वह अपने घर जाना चाहती थी, लेकिन उसे कैद कर रखा गया था।