गरियाबंद – चिटफंड कंपनियों में लाखों रुपए लगाकर धोखाधड़ी का शिकार हुए निवेशकों ने धन वापसी की उम्मीद लेकर जिले के अनुविभागीय कार्यालयों में आवेदन जमा करने लंबी कतार लगाई है। बड़ी संख्या में यहां पहुंचे निवेशकों के चलते हैं पूरा कार्यालय परिसर भीड़ से भर गया है, हजारों की संख्या में पहुंचे निवेशकों के चलते हैं राजस्व विभाग को पुलिस विभाग की भी सहायता लेनी पड़ रही है। बिगड़ती व्यवस्था को देख विभागीय कार्यालय में तहसीलदार की मौजूदगी में पुलिस कर्मियों की मदद से निवेशकों को भीड़ को कंट्रोल किया जा रहा है।
और उनसे कतार बताकर आपस में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए आवेदन जमा करने की अपील की जा रही है बुधवार को जिला मुख्यालय स्थित अनुविभागीय कार्यालय गरियाबंद में सुबह 10:00 बजे से ही निवेशकों की भीड़ देखने को मिल रही है जो अभी भी जारी है बड़ी संख्या में निवेशक आवेदन जमा करने के लिए यहां कतार में खड़े दिखाई दे रहे हैं। भीड़ को देखते हुए शांति व्यवस्था बनाए रखने तथा सोशल डिस्टेंस का पालन कराने नायाब तहसीलदार वसीम सिद्दीकी और सिटी कोतवाली थाना प्रभारी भी अपने स्टाफ के साथ मौके पर मौजूद हैं।
इस संबंध में यहां पहुचें निवेशकों से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि राज्य शासन के निर्देश मिलने और जिला प्रशासन की सूचना मिलने के बाद वह चिटफंड कंपनियों में लगाएं अपने पैसे वापस मिलने की उम्मीद से यहां पहुंचे हैं ,
ज्ञात हो कि चिटफंड कंपनियों में निवेश करने वाले निवेशकों से 02 से 06 अगस्त 2021 तक गृह विभाग द्वारा जारी निर्धारित प्रपत्र में धन वापसी करने हेतु आवेदन पत्र लिया जा रहा है। आवेदन प्राप्त करने के लिए कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर ने जिले के अनुविभाग स्तर पर अधिकारियों को अधिकृत किया है। कलेक्टर के आदेशानुसार अनुविभाग गरियाबंद हेतु अनुविभागीय अधिकारी राजस्व विश्वदीप, छुरा हेतु अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अंकिता सोम, राजिम हेतु अनुविभागीय अधिकारी राजस्व जी.डी. वाहिले, मैनपुर हेतु अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सूरज साहू तथा अनुविभाग देवभोग हेतु अनुविभागीय अधिकारी राजस्व टीका राम देवांगन को अधिकृत किये गये है। नियत समय में प्राप्त आवेदन पत्रों को भलिभांति परीक्षण पश्चात कंपनीवार सूचीबद्ध कर पूर्ण विवरण सहित 10 अगस्त तक जिला कार्यालय में प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये हैं।
– इस संबंध में अनुविभागीय कार्यालय में मौजूद नायब तहसीलदार वसीम सिद्दीकी ने बताया कि चिटफंड कंपनी के निवेशक धन वापसी के लिए आवेदन जमा करने यहां पहुंचे। भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन सहायता से शांति व्यवस्था बनाई जा रही है और टोकन सिस्टम के माध्यम से निवेशकों के आवेदन जमा कराए जा रहे हैं।