रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शहर के भीतर पुलिस की मौजूदगी में शातिर बदमाशों के हौसले कितने बुलंद हैं, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पकड़ने पहुंची पुलिस पर ही चाकू से हमला कर दिया जाता है, उसे इस कदर लहूलुहान कर दिया जाता है, जबकि वह वर्दी में है, ड्यूटी पर तैनात है। ऐसे में आम शहरी के साथ कोई वारदात हो जाती है, तो उसकी सुरक्षा पर सवाल उठना स्वाभाविक है।
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राजधानी में चाकूबाजी, चाकू की नोक पर लूट, चाकू मारकर स्नेचिंग जैसी कई वारदातें हाल फिलहाल में हुई हैं। भले ही पुलिस ने इन मामलों में आरोपियों को धर—दबोचा है, लेकिन वारदातों की वजह से जो खौफ शहर के लोगों के दिमाग में घर कर चुका है, उसे आसानी से नहीं निकाला जा सकता।
सरेराह वर्दीधारी पर हमला
आज दिनदहाड़े एक वर्दीधारी आरक्षक पर शातिर बदमाश ने बेधड़क चाकू से हमला कर दिया। इससे उसके शातिराना इरादे को समझा जा सकता है। जब वह एक पुलिस वाले पर हमला बोल सकता है, तो दूसरे अपराध को अंजाम देने के लिए वह किसी पर भी हमला कर सकता था।
पुलिस को बढ़ाना होगा खौफ
राजधानी में शातिरों का खौफ सिर चढ़कर बोल रहा है, जिसे समाप्त करने की जवाबदारी पुलिस की है। यह तभी संभव है कि जब पुलिस का खौफ बढ़ेगा। लेकिन यह खौफ आमजन पर नहीं, बल्कि अपराधिक मानसिकता, शातिर लोगों के खिलाफ बढ़ाने की जरुरत है।