सूरजपुर छत्तीसगढ़ के सरहद पर स्थित प्रदेश का एक छोटा जिला है। लेकिन यहां पर पदस्थ शिक्षकों का दिल काफी विशाल है। जिला के शिक्षक संगठनों ने एकजुट होकर सरकार को जो अभूतपूर्व सहयोग किया है, वास्तव में अनुकरणीय है।
दरअसल, यहां पर शिक्षक संगठनों ने कोरोना काल में जिस त्रासदी को देखा, सरकार और स्वास्थ्य विभाग की दिक्कतों को अनुभव किया, उसके बाद सहयोग करने का निर्णय लिया और जिले के सभी शिक्षक संगठनों ने एकजुटता दिखाई।
Read More : स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, इस बार इंतजार नहीं करेंगे, लगा देंगे LOCK DOWN
एकजुट हुए शिक्षकों ने खुद से होकर स्वेच्छिक सहयोग की शुरुआत की, जो एकमुश्त 28 लाख रुपए में तब्दील हो गई। इस रकम को सीधे सरकार के हाथों में देने के बजाय शिक्षकों ने प्रशासन को एम्बुलेंस सौंपने का फैसला किया। और आज सर्वसुविधायुक्त एम्बुलेंस शासकीय उपयोग के लिए कलेक्टर को सौंप दिया।
इन खुबियों के साथ एम्बुलेंस
यह एम्बुलेंस ट्रांसपोर्ट वेंटिलेटर, डी फेब्रिएटर, जम्बो ऑक्सीजन सिलेंडर, एयर स्पलिंट, ह्यूमिडि फायर, मल्टी पैरामीटर, हेड मोबेलाइजर, नेबुलाइजर, सिरिंज पंप, ईसीजी, ऑटोमेटिक ब्लड प्रेशर एवं ग्लूकोमीटर मॉनिटर, सेक्शन डिवाइस सहित तमाम अत्याधुनिक जीवन रक्षक उपकरणों से सुसज्जित है।
जिला चिकित्सालय में होगा उपयोग
इस एम्बुलेंस का संचालन जिला चिकित्सालय प्रबंधन द्वारा किया जायेगा जिससे जिले के लोगों के लिए बड़ी राहत होगी। अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित उच्च क्षमता से युक्त इस एम्बुलेंस से गम्भीर रूप से व्याधित व्यक्ति को रायपुर या अन्य स्थानों तक सुरक्षित एवं शीघ्रता से पहुंचाया जा सकेगा जो कि जिले वासियों के लिए एक बड़ी सौगात है।