बलरामपुर। जिले से बड़ी खबर सामने आ रही है, यहाँ रामानुजगंज जेल में एक कैदी की मौत हो गई है। जिसके बाद से ही जेल प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लग रहे हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक वाड्रफनगर पुलिस ने 1 अगस्त को आरिफ अंसारी और संजय कुमार विश्कर्मा को 34 नग कोरेक्स सिरफ के साथ गिरफ्तार किया था। इसके बाद दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया था। इसी बीच तबीयत खराब होने से एक कैदी की मौत हो गई।
मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी संजय विश्वकर्मा की तबीयत 8 अगस्त को अचानक खराब हो गई थी, जिसे जेल प्रशासन ने इलाज के लिए रामानुजगंज अस्पताल में दाखिल कराया था, लेकिन 9 अगस्त को इलाज के दौरान आरोपी युवक की मौत हो गई। इसे लेकर अब परिजनों ने जेल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाया है। साथ ही परिजनों ने कहा कि मौत के 7-8 घंटे के बाद उन्हें जानकारी दी गई। जब संजय जेल में बिमार था और खाना नहीं खा रहा था, तो हमें इसके बारे में जेल प्रशासन ने क्यों नहीं बताया। हम अपने बच्चे को एक बार देखने आते।
परिजनों ने कहा कि हमारा 21 साल का बेटा अचानक कैसे मर गया। हमारे बेटे को खाना पानी भी जेल में नहीं मिलता था। परिजनों ने बताया कि हमारे बेटे संजय को किसी तरह कि बीमारी नहीं थी, वह अचानक कैसे मर सकता है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। मृतक के माता-पिता भाई सहित गांव के लोग भी बड़ी संख्या में रामानुजगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे हुए थे। संजय के परिजन उसके लिए इंसाफ की मांग कर रहे हैं। अस्पताल परिसर में हंगामे का माहौल है।
इस दौरान डिप्टी कलेक्टर विवेक चंद्रा, रामानुजगंज SDM अभिषेक गुप्ता, रामानुजगंज BMO डॉ कैलाश, जेलर एस मरकाम, रामानुजगंज थाना प्रभारी राजेश खलको सहित प्रशासनिक अधिकारी रामानुजगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचे हुए थे, लेकिन परिजन और ग्रामीण प्रशासन के खिलाफ लगातार नारेबाजी कर रहे थे।