राजनांदगांव। भारत की आजादी के जश्न में राजनांदगांव जिले में आयोजित होने वाले स्वतंत्रता दिवस मुख्य समारोह की परेड में देश की मुख्यधारा में लौट चुके पूर्व आत्मसमर्पित नक्सली भी शामिल होंगे।
नक्सल विचारधारा को अपनाकर मुख्यधारा से भटक कर वर्षों तक नक्सली संगठन का हिस्सा रहे कई नक्सलियों ने शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण की राह अपनाई है, और समाज की मुख्यधारा में लौट आए हैं। शासन की योजना के तहत इन पूर्व आत्म समर्पित नक्सलियों को इन दिनों राजनांदगांव के पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय में आरक्षक बनने बुनियादी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। राजनंदगांव सहित अलग-अलग जिलों से आए लगभग 44 आत्मसमर्पित नक्सली आगामी 15 अगस्त को राजनांदगांव शहर में आयोजित होने वाली स्वतंत्रता की परेड में शामिल होंगे। इसके लिए स्वतंत्रता दिवस की तैयारी हेतु उन्हें प्रशिक्षित किया जा रहा है और परेड में इन्हें शामिल किया जाएगा। राजनांदगांव नक्सल ऑपरेशन के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयप्रकाश बढा़ई का कहना है कि शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण करने वाले पूर्व नक्सलियों को योजना के तहत पुलिस की ट्रेनिंग दी जा रही है, जो आगामी स्वतंत्रता दिवस के परेड का हिस्सा भी होंगे।
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स्वतंत्रता दिवस की परेड में पूर्व आत्म समर्पित नक्सलियों को शामिल किया गया है, जिससे उनके भीतर देशभक्ति की भावना जागृत होगी। पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय में आरक्षक बनने का प्रशिक्षण ले रहे पूर्व आत्म समर्पित नक्सली भी उत्साह के साथ परेड के लिए प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं इसके बाद वे स्वतंत्रता की परेड में शामिल होकर देश की आन-बान और शान के प्रतीक राष्ट्रीय ध्वज को सलामी देंगे और मातृभूमि पर अपने प्राण निछावर करने वाले वीर सपूतों को नमन करेंगे।
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