आमतौर पर पुलिस को लेकर आम इंसान या तो खौफजदा हो जाता है, या फिर नकारात्मक बातों को ध्यान में रखता है। लेकिन यहां पर पुलिस और वर्दी के प्रति सम्मान और सराहना व्यक्त की जा रही है। दरअसल, गरियाबंद पुलिस कप्तान पारूल माथुर की वजह से एक शख्स की जान बच गई है।
जानकारी के मुताबिक कोपरा निवासी 23 वर्षीय भूपेश सिन्हा बुधवार शाम 7 बजे बाइक पर सवार होकर राजिम से अपने गांव लौट रहा था। इसी बीच नेशनल हाइवे 130 सी पर श्याम नगर के पास वह सड़क हादसे का शिकार हो गया। एक पिकअप ने उन्हें ठोकर मार दी। हादसे में घायल भूपेश सड़क पर तड़प रहा था। लोग वहां से गुजरते रहे मगर कोई उसकी मदद करने को तैयार नहीं हुआ।
इसी दौरान एसपी पारुल माथुर वहां से गुजर रही थी। उन्होंने युवक को तड़पता देखकर अपनी गाड़ी रुकवाई और फिर घायल युवक को अपनी गाड़ी में बिठाकर राजिम सामुदायिक अस्पताल लेकर पहुंची। वह तब तक वहां रुकी रही जब तक युवक के इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित नहीं हो गयी।
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एएसआई सीके तांडेकर ने बताया कि हादसे में युवक के सिर, चेहरे और हाथ पांव में खरोंच आई है। युवक का राजिम अस्पताल में इलाज जारी है और वह खतरे से बाहर है। युवक के परिजनों को घटना की सूचना दे दी गयी है और वे अस्पताल पहुंच चुके है।
थाना प्रभारी ने बताया
थाना प्रभारी विकास बघेल ने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि घायल युवक को सड़क पर तड़पता देखकर एसपी पारुल माथुर उन्हें अपनी गाड़ी में लेकर राजिम अस्पताल पहुंची। उसके बाद डॉक्टरों द्वारा युवक का ईलाज किया गया। उन्होंने बताया कि मामले की शिकायत दर्ज कर ली गयी है। पिकअप वाहन थनोद का बताया जा रहा है। जो गरियाबंद से वापिस लौट रहा था, वहीं युवक राजिम से कोपरा अपने गांव जा रहा था। श्याम नगर के पास पिकअप ने बाइक सवार भूपेश को सामने से ठोकर मार दी। पिकअप को जब्त कर पुलिस ने उसके चालक को भी हिरासत में ले लिया है।